प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मुस्लिमों से अपील की कि वे तीन तलाक को राजनैतिक नजरिये से नहीं देखें और विश्वास जताया कि इस प्रथा को खत्म करने के प्रयासों का नेतृत्व समुदाय के ‘प्रबुद्ध’ सदस्य करेंगे। कन्नड़ दार्शनिक बसवेश्वर के सम्मान में बसव जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में मोदी ने पश्चगामी प्रथाओं के खिलाफ 12वीं सदी के समाज सुधारक के आंदोलन का उल्लेख तीन तलाक के बारे में बोलने के लिए किया।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि तीन तलाक के मुद्दे को राजनैतिक नजरिये से नहीं देखें। आगे आएं और समाधान ढूंढें। उस समाधान का अपना गौरव होगा और पीढ़ियां आपको याद करेंगी।’’ मोदी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि समाज से शक्तिशाली लोग उभरेंगे और ‘इस पुरातन प्रथा को समाप्त करने में मदद करेंगे और आधुनिक व्यवस्था विकसित करेंगे। उन्होंने भारतीय मुसलमानों से आह्वान किया कि वे न सिर्फ देश में समुदाय का नेतृत्व करें बल्कि दुनियाभर के मुस्लिमों को ‘आधुनिकता की राह’ दिखाएं।
उन्होंने जोरदार तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कहा, ‘‘उस तरह की शक्ति और ऊर्जा यह धरती हम सबको देती है।’’ प्रधानमंत्री ने महिलाओं के सशक्तीकरण, समानता और सुशासन के बारे में बोला, जैसा बसवेश्वर ने प्रवचन दिया और उसका पालन किया। तीन तलाक का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि मुस्लिमों के बीच से भी प्रबुद्ध लोग इस प्रथा को समाप्त करने के लिए आगे आएंगे, हमारी मुस्लिम बेटियों और माताओं को इस बला से मुक्ति दिलाएंगे। मुझे भरोसा है कि प्रबुद्ध मुस्लिम खुद से यह जिम्मेदारी लेंगे।’’ मोदी ने इस अवसर पर बसवेश्वर की ‘वचन’ शीर्षक वाली कृति का डिजिटल वॉल्यूम 23 भाषाओं में जारी किया। इस कृति में दार्शनिक द्वारा दिए गए 2500 उपदेश शामिल हैं।