By निधि अविनाश | Jul 04, 2022
आज आपको एक ऐसी खबर बताने जा रहे है जिसे सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे। देश की वित्तीय राजधानी मुंबई रहने और खाने के लिए बहुत ही महंगा शहर है लेकिन क्या आप यह जानते है कि यहां की कैब राइड कितनी मंहगी है? नहीं तो आइये हम आपको बताते है। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर के मुताबिक, पीक ऑवर्स में अगर आप मुबंई में है और कैब बुक करने का सोच रहे है तो थोड़ संभल जाइये क्योंकि कैब कपंनियां पीक ऑवर्स में किराया इतना ज्यादा बढ़ा देती है कि आपके खुद होश उड़ जाएंगे। हर किसी के लिए इतने पैसे देना मुश्किल ही नामुमकिन सा है। हाल ही में एक शख्स के साथ ऐसा ही हुआ है। उसने अपने घर जाने के लिए कैब उबर पर टैक्सी बुक कराई जिसका किराया देख शख्स काफी हैरान हो गया। बता दें कि 50 किलोमीटर की यात्रा के लिए उबर में किराया 3 हजार से भी ज्यादा दिखा रहा था। जब शख्स ने इतना किराया देखा तो उसने कैब बुक नहीं की और अपनी आपबीती ट्विटर पर शेयर की।
जानकारी के लिए बता दें कि मुंबई के श्रवणकुमार सुवर्णा ने दादर से कल्याण जाने के लिए एक कैब बुक की थी लेकिन जब उसने किराया देखा था तो उसके होश उड़ गए। उबर एप हैचबैक के लिए किराया 3,041 रुपये, सेडान के लिए 4,081 रुपये और एसयूवी के लिए 5,159 रुपये किराया दिखा रहा था। दादर से कल्याण की दूरी करीब 50 किमी है और महज 50 किमी के सफर के लिए उबर में सबसे सस्ता किराया 3041 दिखा रहा था। श्रवणकुमार ने ट्विटर पर अपनी आपबीती साझा की और साथ ही उबर एप का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया। उन्होंने साथ ही लिखा, 'गोवा के लिए उड़ान मेरे घर की सवारी से सस्ती है।' उनका यह ट्वीट वायरल हो गया। इसपर उबर ने अब तक कोई भी रिएक्शन नहीं दिया है। एग्रीगेटर कंपनियों के सूत्रों ने बताया कि किराये में बढ़ोतरी मांग और सप्लाई पर आधारित है।
शख्स ने बारिश के समय कैब बुक करा जब मांग बहुत ज्यादा था। लेकिन सप्लाई कम होने के कारण किराया बढ़ गया। राइडर ने 30 जून को रात करीब 9:30 बजे कैब बुक करने की कोशिश की थी। टाइम्स ऑफ इंडिया ने इसको लेकर कई यात्रियों से बात की जिसको लेकर कई लोगों ने कहा कि आधी रात के बाद किराया बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। कई बार तो किराया 1 हजार से ऊपर चला जाता है। कई लोग देर रात यात्रा के लिए कैब पर ही निर्भर रहता है लेकिन प्राइस हाई होने के कारण बहुत मुश्किल होती है। कुछ का कहना है कि वे कैब के बजाय पब्लिक ट्रांसपोर्ट और बसों से जाना पसंद करेंगे। उनका कहना है कि किसी भी यात्रा के लिए अधिकतम किराया फिक्स होना चाहिए।