By रितिका कमठान | Oct 10, 2022
समाजवादी पार्टी के संरक्षक नेता मुलायम सिंह यादव का निधन हो गया है। उनके निधन के बाद समाजवादी पार्टी समेत देश की राजनीति के एक युग का अंत हो गया है। मुलायम सिंह यादव तबीयत बिगड़ने के बाद के बीते कई दिनों से गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती थे। 10 अक्टूबर की सुबह 8.16 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली है।
निधन के बाद मुलायम सिंह यादव के बेटे अखिलेश यादव, उनके भाई शिवपाल यादव और बहू अपर्णा यादव भी अस्पताल पहुंचे। बता दें कि हाल ही में लगभग 93 दिन पूर्व इसी अस्पताल में उनकी पत्नी साधना गुप्ता का भी निधन हुआ था।
सैफई में 1939 में हुआ जन्म
मुलायम सिंह यादव का जन्म इटावा जिले के सैफई में 22 नवंबर 1939 को हुआ था। मुलायम के परिवार में कुल पांच भाई थे जिनमें से मुलायम तीसरे नंबर पर थे। राजनीति में आने से पूर्व मुलायम सिंह यादव अध्यापक रहे थे। इसके साथ ही वो पहलवानी किया करते थे। उन्होंने लोहिया आंदोलन में हिस्सा लिया, जिसके बाद वर्ष 1992 में चार अक्टूबर को उन्होंने समाजवादी पार्टी की स्थापना की। मुलायम को उनकी सूझ बूझ और राजनीतिक समझ के लिए राजनीति के अखाड़े का पहलवान माना जाता था। बता दें कि उन्होंने शिकोहाबाद क्षेत्र के गांव इटोली में शुरुआती पढ़ाई की थी। उन्होंने यहां रहते हुए कुश्ती के दांव पेच सीखे।
जानें उनकी शिक्षा
मुलायव सिंह यादव ने इटोली गांव में रहकर आदर्श कृष्ण कॉलेज पढ़ाई की। इटोली गांव से साधन ना होने के कारण वो अपने दोस्तों के साथ ही पैदल पैदल शिकोहाबाद स्थित आदर्श कृष्ण कॉलेज पढ़ने जाते थे। मुलायम सिंह यादव ने इटावा के कर्मक्षेत्र से पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस में बीए कोर्स किया। उन्होंने आगरा विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में एमए भी किया। बीटी करने के बाद वो इंटर कॉलेज में प्रवक्ता निुयक्त हुए। हालांकि सरकारी नौकरी को भी उन्होंने तब छोड़ दिया था जब उन्होंने राजनीति में आने का फैसला किया था।
5 दशकों का रहा राजनीतिक करियर
बता दें कि मुलायम सिंह यादव का राजनीतिक करियर कुल पांच दशकों तक का रहा। इस दौरान उन्होंने कई उतार चढ़ाव देखे। मगर अपने राजनीतिक सफर में वो हमेशा आगे बढ़ते रहे।