भारत की अर्थव्यवस्था को लगा झटका, मूडीज ने भी घटाया विकास दर का अनुमान

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 13, 2019

नयी दिल्ली। मूडीज इंवेस्टर्स सर्विस ने भारत की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान 2019 के लिये घटाकर 5.6 प्रतिशत कर दिया। मूडीज ने शुक्रवार को एक रिपोर्ट में कहा कि रोजगार की धीमी वृद्धि दर का उपभोग पर असर पड़ रहा है। उसने कहा कि वृद्धि दर में इसके बाद सुधार होगा और यह 2020 तथा 2021 में क्रमश: 6.6 प्रतिशत और 6.7 प्रतिशत रह सकती है। हालांकि वृद्धि दर सुधार के बाद भी पहले की तुलना में कम बनी रहेगी। उसने कहा कि हमने 2019 के लिये भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर का अनुमान घटाकर 5.6 प्रतिशत कर दिया है, जो 2018 के 7.4 प्रतिशत से कम है।

इसे भी पढ़ें: वैश्विक संकेतों से शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स में 250 अंक से अधिक की तेजी

मूडीज ने कहा कि भारत की आर्थिक वृद्धि दर की रफ्तार मध्य 2018 के बाद सुस्त पड़ी है और वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर करीब आठ प्रतिशत से गिरकर 2019 की दूसरी तिमाही में पांच प्रतिशत पर आ गयी। वृद्ध दर सितंबर तिमाही में और गिरकर 4.5 प्रतिशत पर आ गयी। उसने कहा कि उपभोग मांग सुस्त हुई है और रोजगार की धीमी वृद्धि दर ने उपभोग पर असर डाला है। हम वृद्धि दर के 2020 और 2021 में सुधरकर 6.6 प्रतिशत और 6.7 प्रतिशत पर पहुंच जाने की उम्मीद करते हैं।

इसे भी पढ़ें: RIL का एक और नया सौदा, नाऊ फ्लोट्स में 142 करोड़ में 85% हिस्सेदारी खरीदी

मूडीज ने कहा कि कॉरपोरेट कर की दरों में कटौती, बैंकों का पुनर्पूंजीकरण, बुनियादी संरचना पर खर्च की योजनाएं, वाहन एवं अन्य उद्योगों को समर्थन जैसे सरकार के उपायों से उपभोग की मांग की समस्या प्रत्यक्ष तौर पर दूर नहीं हुई है। इसके अलावा, रिजर्व बैंक द्वारा नीतिगत दर में की गयी कटौती का लाभ बैंकों ने पर्याप्त तरीके से उपभोक्ताओं तक आगे नहीं बढ़ाया है। आर्थिक सुस्ती तथा वित्तीय क्षेत्र में तरलता संकट के कारण वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री वित्त वर्ष 2019-20 के पहले छह महीनों में 22.95 प्रतिशत कम हुई है।

इसे भी पढ़ें: Asus करेंगी अपनी कंपनी का विस्तार, 2020 तक खोलेगी 200 दुकानें

उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक ने भी नरम मांग तथा सुस्त बाह्य मांग का हवाला देते हुए देश की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान 6.1 प्रतिशत से घटाकर पिछले सप्ताह पांच प्रतिशत कर दिया है। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने भी देश की जीडीपी वृद्धि दर का अनुमान सात प्रतिशत से घटाकर 6.1 प्रतिशत किया है। विश्वबैंक ने भी यह अनुमान घटाकर छह प्रतिशत कर दिया है। एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने भी 2019-20 के लिये भारत की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान इसी सप्ताह 6.5 प्रतिशत से घटाकर 5.1 प्रतिशत किया है। सिंगापुर की वित्तीय सेवा प्रदाता कंपनी डीबीएस बैंकिंग समूह ने भी चालू वित्त वर्ष में भारत की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान 5.5 प्रतिशत से घटाकर पांच प्रतिशत कर दिया है।

प्रमुख खबरें

PM Narendra Modi कुवैती नेतृत्व के साथ वार्ता की, कई क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा हुई

Shubhra Ranjan IAS Study पर CCPA ने लगाया 2 लाख का जुर्माना, भ्रामक विज्ञापन प्रकाशित करने है आरोप

मुंबई कॉन्सर्ट में विक्की कौशल Karan Aujla की तारीफों के पुल बांध दिए, भावुक हुए औजला

गाजा में इजरायली हमलों में 20 लोगों की मौत