By अभिनय आकाश | Dec 15, 2021
हिंदू आज हर किसी की जुबान पर है। राहुल से लेकर ममता बनर्जी तक हिन्दुत्व को लेकर अपने-अपने तरीके से व्याख्या कर रहे हैं। आज देश की सत्ता का केंद्र बिंदु बन चुका है। लेकिन सत्ता से इतर चित्रकूट में मंदाकनी नदी के किनारे हिन्दू एकता महाकुंभ चल रहा है। इस कार्यक्रम में अयोध्या, काशी, मथुरा समेत 12 मुद्दों पर मंथन हो रहा है। संघ प्रमुख मोहन भागवत मुख्य अतिथि के रूप में इस सम्मेलन में शामिल हुए। इस दौरान संघ प्रमुख ने हिन्दुओं को विशेष शपथ दिलाई। हिन्दुओं की एकता टूटने की असल वजह बताई। हिन्दुओं को एकजुट होने का खास मंत्र दिया।
आज चित्रकूट में संत समागम में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने हिन्दुओं को एकजुट होने के लिए संकल्प दिलाया। अपने लिए नहीं अपनों के लिए काम करने का संकल्प, हिन्दू धर्म की संस्कृति की रक्षा का संकल्प, एकजुट होने का संकल्प, हिन्दू धर्म की एकता के लिए काम करने का संकल्प।
हिंदुओं को क्या दिलाई शपथ
मैं हिन्दू संस्कृति का धर्मयोद्धा मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम की संकल्प स्थली पर सर्वशक्तिमान परमेश्वर को साक्षी मानकर संकल्प लेता हूं कि मैं अपने पवित्र हिन्दू धर्म, हिन्दू संस्कृति और हिन्दू समाज के संरक्षण संवर्धन और सुरक्षा के लिए आजीवन कार्य करूंगा। मैं प्रतिज्ञा करता हूं कि किसी भी हिन्दू भाई को हिन्दू धर्म से विमुख नहीं होने दूंगा। मैं प्रतिज्ञा करता हूं कि हिन्दू बहनों की अस्मिता, सम्मान व शील की रक्षा के लिए सर्वस्व अर्पण करूंगा।
गौरतलब है कि चित्रकूट में हिन्दू महाकुंभ की शुरुआत 14 दिसंबर को 1100 शंखों के नाद के साथ हुई। इस महाकुंभ में संघ सरचालक के साथ ही देश के कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद है। महाकुंभ का आयोजन तुलसीपीठाधीश्वर श्रीन रामभद्राचार्य कर रहे हैं। कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ को भी शामिल होना है। कार्यक्रम को श्री श्री रविशंकर ने भी संबोधित किया। उन्होंने इस दौरान कहा कि कुछ लोग जुटते हैं तो भय पैदा होता है। जबकि जहां संत और हिन्दू एकट्ठा होते हैं वहां अभय मिलता है।