मोहन भागवत ने आरक्षण मुद्दे पर सद्भावपूर्ण माहौल में चर्चा पर दिया जोर

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 19, 2019

नयी दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को कहा कि जो आरक्षण के पक्ष में हैं और जो इसके खिलाफ हैं उन लोगों के बीच इस पर सद्भावपूर्ण माहौल में बातचीत होनी चाहिए। भागवत ने कहा कि उन्होंने पहले भी आरक्षण पर बात की थी लेकिन इससे काफी हंगामा मचा और पूरी चर्चा वास्तविक मुद्दे से भटक गई। उन्होंने कहा कि आरक्षण का पक्ष लेने वालों को उन लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए बोलना चाहिए जो इसके खिलाफ हैं और इसी तरह से इसका विरोध करने वालों को इसका समर्थन करने वालों के हितों को ध्यान में रखते हुए बोलना चाहिए।

इसे भी पढ़ें: मोहन भागवत ने मातृभाषाओं को बढ़ावा पर जोर दिया, बोले- आध्यात्मिक ज्ञान भी जरूरी

उन्होंने कहा कि आरक्षण पर चर्चा हर बार तीखी हो जाती है जबकि इस दृष्टिकोण पर समाज के विभिन्न वर्गों में सामंजस्य जरूरी है। भागवत ‘ज्ञान उत्सव’ के समापन सत्र में बोल रहे थे जो प्रतियोगी परीक्षाओं पर था। इससे पहले, आरएसएस प्रमुख ने आरक्षण नीति की समीक्षा करने की वकालत की थी, जिस पर कई दलों और जाति समूहों की ओर से तीखी प्रतिक्रिया आयी थी। भागवत ने कहा कि आरएसएस, भाजपा और पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार तीन अलग-अलग इकाइयां हैं और किसी को दूसरे के कार्यों के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता।

इसे भी पढ़ें: समाज के संकल्प की वजह से अनुच्छेद 370 हटाया जा सका: भागवत

नरेंद्र मोदी सरकार पर आरएसएस के प्रभाव की धारणा के बारे में बात करते हुए भागवत ने कहा कि चूंकि भाजपा और इस सरकार में संघ कार्यकर्ता हैं, वे आरएसएस को सुनेंगे, लेकिन उनके लिए हमारे साथ सहमत होना जरूरी नहीं है। वे असहमत भी हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि चूंकि भाजपा सरकार में है, उसे व्यापक आधार पर देखना होगा और वह आरएसएस की बात से असहमत हो सकती है। उन्होंने कहा कि एक बार पार्टी के सत्ता में आने के बाद उसके लिए सरकार और राष्ट्रीय हित प्राथमिकता बन जाते हैं। ज्ञान उत्सव का आयोजन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास द्वारा यहां इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) में किया गया था।

प्रमुख खबरें

iPhone 16 pro का प्राइस हुआ ड्रॉप, 13 हजार रुपये तक बचाने का मौका, जानें पूरी जानकारी

Mahakumbh 2025: इंडियन रेलवे ने की बड़ी पहल, प्रयागराज जंक्शन पर बनाया जाएगा गेमिंग जोन

क्यों अहम हो सकता है अमेरिकी NSA जैक सुलिवन का दौरा? ट्रंप के शपथग्रहण से पहले क्या कोई बड़ा मैसेज लेकर भारत आ रहे

Anna University मामले में बीजेपी महिला मोर्चा ने खोला मोर्चा, निकाली न्याय यात्रा