By अभिनय आकाश | Jul 02, 2022
हैदराबाद में आज से बीजेपी की नेशनल एक्सीक्यूटिव की मीटिंग है। दो दिन की इस मीटिंग में प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह और बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री मौजूद रहेंग। तीन जुलाई को पीएम हैदराबाद में एक बड़ी पब्लिक मीटिंग करेंगे। तेलंगाना विधानसभा चुनाव का शंखनाद करेंगे। कार्यकारिणी में शामिल होने के लिए आज पीएम मोदी दोपहर हैदराबाद पहुंचेंगे और शाम चार बजे कार्यकारिणी का उद्घाटन करेंगे। बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा कार्यकारिणी को संबोधित कर बीजेपी की मीटिंग को सदस्यों के सामने रखेंगे। पीएम मोदी कार्यकारिणी के दोनों सत्रों में रहेंगे। इससे पहले कल जेपी नड्डा ने हैदराबाद में जबरदस्त रोड शो किया।
बाय बाय केसीआर का नारा
तेलंगाना में अगले साल दिसंबर में विधानसभा चुनाव हैं। हैदराबाद ओवैसी का गढ़ है और टीआरएस की वहां सरकार है। ऐसे में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी खुद को टीआरएस के विकल्प के रूप में पेश करने की कोशिश में लगी है। बीजेपी ने तेलंगाना में बाय बाय केसीआर का नारा दिया है। बीजेपी का मानना है कि तेलंगाना में केसीआर की सरकार जाने वाली है और बीजेपी की सरकार आने वाली है। इसके लिए बीजेपी ने पार्टी कार्यालय में एक बड़ी डिजिटल घड़ी भी लगाई है। इस घड़ी में लिखा है तेलंगाना सरकार के पास महज 522 दिन बचे हैं। समय के साथ सरकार के दिन घटते जा रहे हैं।
टीआरएस को काउंटर करने की कोशिश
दरअसल तेलंगाना में सत्ताधारी पार्टी टीआरएस राज्य आंदोलन से निकली पार्टी है। तो क्या बीजेपी का यह कदम उसे काउंटर करने के लिए है? बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने कहा कि राज्य आंदोलन में सब शामिल थे। टीआरएस ने सिर्फ उसका फायदा लेने की कोशिश की तो उनके कई फाउंडर मेंबर उन्हें छोड़कर बीजेपी में आ गए। तरुण चुघ ने कहा कि तेलंगाना में सरकार केसीआर के बेटा, बेटी, दामाद चला रहे हैं जो राज्य आंदोलन में शामिल नहीं थे, बल्कि उस समय विदेश में थे।
बीजेपी का मिशन साउथ
पिछले कुछ चुनाव में बीजेपी ने तेलंगाना में अच्छा प्रदर्शन किया। कर्नाटक पहले से ही बीजेपी के पास है, अब बीजेपी की नजर आंध्र प्रदेश तमिलनाडु और केरल पर है। आंध्र प्रदेश में तो जगन मोहन रेड्डी कई अहम मौकों पर राज्यसभा में बीजेपी की मदद कर चुके हैं। इसलिए बीजेपी फिलहाल तेलंगाना को फतह करने के मूड में है। हैदराबाद में 18 साल बाद हो रही इस मीटिंग के जरिये बीजेपी दक्षिण भारत में जोरदार दस्तक देने की तैयारी में है।