By अंकित सिंह | May 03, 2022
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीन दिवसीय यात्रा पर यूरोप में हैं। पहले जर्मनी में रहे जहां उन्होंने विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री ने पहले तो जर्मनी के चांसलर से द्विपक्षीय वार्ता की। इसके बाद वे भारतीय समुदाय के सदस्यों को संबोधित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार की उपलब्धियां बताई और साथ ही साथ कांग्रेस पर भी निशाना साधा। प्रधानमंत्री के जर्मनी दौरे को लेकर भारतीयों में जमकर उत्साह देखने को मिला। प्रधानमंत्री के संबोधन स्थल पर मौजूद भारतीयों ने ‘‘भारत माता की जय’, ‘मोदी है तो मुमकिन है’ और ‘2024, मोदी फिर एक बार’ जैसे नारे लगाये। इस कार्यक्रम में जर्मनी में भारतीय समुदाय के 1600 से अधिक सदस्यों ने भाग लिया, जिनमें छात्र, शोधकर्ता और पेशेवर शामिल थे।
मोदी ने कहा कि पिछले आठ वर्षों में भारत हर क्षेत्र- जीवन में सुगमता, जीवन की गुणवत्ता, रोजगार में आसानी, शिक्षा की गुणवत्ता, व्यापार करने में आसानी, यात्रा की गुणवत्ता, उत्पादों की गुणवत्ता- में तेज गति से प्रगति हासिल कर रहा है। मोदी ने कहा कि नया भारत अब एक सुरक्षित भविष्य के बारे में नहीं सोचता है, बल्कि जोखिम लेने के लिए तैयार है, नया करने और विकास को बढ़ावा देने के लिए तैयार है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ऐसे समय में, जब दुनिया गेहूं की कमी से जूझ रही है, भारत के किसान दुनिया का पेट भरने के लिए आगे आए हैं। डिजिटल भुगतान तंत्र की सफलता को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दुनिया भर में वास्तविक समय (रियल टाइम) डिजिटल भुगतान में भारत की हिस्सेदारी 40 प्रतिशत से अधिक है। उन्होंने कहा कि सरकार भी किसानों को सीधे उनके बैंक खातों में भुगतान करने के लिए डिजिटल भुगतान तंत्र का उपयोग कर रही है।
इससे पहले नरेंद्र मोदी ने जर्मन चांसलर ओलाफ शॉल्ज के साथ बातचीत के बाद कहा कि भारत का मानना है कि रूस-यूक्रेन युद्ध में कोई भी देश विजयी नहीं होगा क्योंकि इससे सभी को नुकसान होगा और विकासशील एवं गरीब देशों पर इसका अधिक गंभीर प्रभाव पड़ेगा। दोनों नेताओं ने युद्ध को तत्काल समाप्त करने की आवश्यकता को दोहराया। दोनों देशों के बीच छठे अंतर-सरकारी परामर्श (आईजीसी) की सह-अध्यक्षता के बाद शॉल्ज के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि भारत संघर्ष के मानवीय प्रभाव से चिंतित है और उसने यूक्रेन को मानवीय सहायता प्रदान की है।