By अंकित सिंह | Dec 01, 2023
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दुबई में संयुक्त राष्ट्र के विश्व जलवायु कार्रवाई शिखर सम्मेलन (सीओपी28) के मौके पर इटली की प्रधान मंत्री जियोर्जिया मेलोनी से मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा कि स्थायी और समृद्ध भविष्य के लिए भारत और इटली के बीच सहयोगात्मक प्रयासों की आशा है। इसके साथ ही मोदी ने बताया कि गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफ़ान अली से मिलकर खुशी हुई। हमारी चर्चाओं ने हमारे ग्रह के लिए एक स्थायी भविष्य को आगे बढ़ाने में वैश्विक दक्षिण देशों के बीच घनिष्ठ सहयोग के महत्व को रेखांकित किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वीडन के प्रधानमंत्री उल्फ क्रिस्टरसन, मोजाम्बिक के राष्ट्रपति फिलिप जैसिंटो न्यूसी और यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल के साथ COP28 वर्ल्ड क्लाइमेट एक्शन समिट में ग्रीन क्रेडिट प्रोग्राम का वेब पोर्टल लॉन्च किया। वहीं, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया कि दुबई में COP28 के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के बीच गर्मजोशी से बातचीत हुई। चर्चाओं में जी20 भारत; जलवायु लक्ष्यों को प्राप्त करने में भारत की प्रगति; जलवायु कार्रवाई, जलवायु वित्त, प्रौद्योगिकी और बहुपक्षीय संस्थानों के सुधारों से संबंधित ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताएं और चिंताएं शामिल थी। UNSG ने भविष्य के संयुक्त राष्ट्र शिखर सम्मेलन 2024 में जी20 भारत की उपलब्धियों को आगे बढ़ाने के लिए भारत के साथ काम करने की पुष्टि की।
COP28 वर्ल्ड क्लाइमेट एक्शन समिट में ग्रीन क्रेडिट प्रोग्राम पर उच्च स्तरीय कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैंने हमेशा महसूस किया है कि कार्बन क्रेडिट का दायरा बहुत ही सीमित है। यह फिलॉसफी एक प्रकार से कमिर्शियल तत्व से प्रभावित है। मैंने कार्बन क्रेडिट की व्यवस्था में सामाजिक जिम्मेदारी के भाव का अभाव देखा है। हमें संपूर्ण रूप से नई फिलॉसफी पर बल देना होगा। उन्होंने कहा कि जिस तरह हम जीवन में अपने हेल्थ कार्ड को महत्व देते हैं, उसी प्रकार हमें पर्यावरण के संदर्भ में भी सोचना शुरू करना होगा। हमें यह देखना होगा कि पृथ्वी के स्वास्थ्य कार्ड में सकारात्मक बिंदु जोड़ने के लिए क्या किया जाना चाहिए। मुझे लगता है कि ग्रीन क्रेडिट यही है।