By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Mar 23, 2021
नयी दिल्ली। भारतीय निशानेबाज गनीमत सेखों और अंगद वीर सिंह बाजवा की जोड़ी ने आईएसएसएफ विश्व कप में प्रतिस्पर्धा के पांचवें दिन मंगलवार को यहां स्कीट स्पर्धा के मिश्रित टीम वर्ग में स्वर्ण पदक जीत कर मेजबान टीम का दबदबा कायम रखा। क्वालीफिकेशन में 141 अंक के साथ शीर्ष पर रहने वाली 20 साल की गनीमत और 25 साल के अंगद की भारतीय जोड़ी ने फाइनल में कजाखस्तान की ओग्ला पनारिना और अलेक्जेंडर येचशेंको की जोड़ी को 33-29 से शिकस्त दी। तालिक में शीर्ष पर चल रहे भारत के नाम अब सात स्वर्ण पदक हो गये है।
भारत ने इसके साथ चार रजत और इतने ही कांस्य पदक जीते है जिससे उसके पदकों की संख्या 15 हो गयी है। इस स्पर्धा में भाग ले रही परिनाज धालीवाल और मेराज अहमद खान की एक और भारतीय जोड़ी हालांकि यहां डा. कर्णी सिंह निशानेबाजी परिसर में मामूली अंतर से कांस्य पदक से चूक गई। कतर की रीम ए शारशानी और राशिद हमद की मिश्रित जोड़ी ने कांस्य पदक मुकाबले में भारतीय जोड़ी को 32-31 से हराया। स्वर्ण पदक के मैच में विश्व रैंकिंग में 62वें स्थान पर काबिज अंदग पूरे लय में दिखे और उनका 20 में से सिर्फ एक निशाना चूका जबकि गनीमत छह बार सटीक निशाना लगाने से चूक गयी। पहले सेट के 20 निशाने के बाद भारत और कजाखस्तान की टीमें 16-16 अंकों के साथ बराबरी पर थी। गनीमत ने दूसरे हाफ में शानदर वापसी की और चार सटीक निशाने लगाये। इस दौरान अंगद एक निशाना लगाने से चूक गये। ओग्ला और अलेक्जेंडर की जोड़ी इस दौर में दो-दो बार चूकीं जिससे भारतीय टीम ने 23-20 की बढ़त हासिल कर ली।
अंतिम चार शॉट (निशाने) में, अंगद ने एक बार फिर आत्मविश्वास से भरा प्रदर्शन किया लेकिन गनीमत आखिरी निशाने पर चूक गयी। इससे हालांकि कोई फर्क नहीं पड़ा क्योंकि कजाखिस्तान के निशानेबाजों के तीन शॉट सही नहीं लगे। मौजूदा टूर्नामेंट में यह गनीमत का तीसरा पदक है। इससे पहले उन्होंने सोमवार को महिला स्कीट के फाइनल में परिनाजऔर कार्तिकी सिंह शेखावत के साथ रजत पदक जीता था। बीस साल की गनीमत ने इससे पहले महिला स्कीट स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था। वह आईएसएसएफ विश्व कप के स्कीट के व्यतिगत महिला वर्ग में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनी थी। अंगद के लिए यह टूर्नामेंट का दूसरा स्वर्ण है। उन्होंने सोमवार को पुरूषों के स्कीट फाइनल में गुरजोत खांगुरा, मैराज अहमद खान के साथ पीला तमगा हासिल किया था।