By अनन्या मिश्रा | Sep 24, 2024
जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों में एक श्रीनगर की ऐतिहासिक लाल चौक सीट शामिल है। इस सीट पर प्रत्याशियों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। लाल चौक सीट पर 25 सितंबर को दूसरे चरण का मतदान होना है। लाल चौक सीट पर अन्य प्रत्याशियों के अलावा चाचा-भतीजा आमने-सामने हैं। ऐसे में यह मुकाबला मीर वर्सेज मीर के बीच हो गया है। दोनों एक-दूसरे को मात देने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। वहीं भारतीय जनता पार्टी को उम्मीद है कि इस सीट पर पहली बार वह भी अपना परचम लहरा सकती है।
लाल चौक पर मीर Vs मीर
अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेता अशरफ मीर लाल चौक से ताल ठोक रहे हैं। तो वहीं PDP के युवा उम्मीदवार जुहैब यूसुफ मीर भी चुनावी मैदान में हैं। अशरफ मीर और जुहैब यूसुफ मीर रिश्ते में चाचा-भतीजा हैं। PDP सरकार में अशरफ मीर मंत्री पद पर रह चुके हैं। साल 2014 के विधानसभा चुनाव में सोनवार सीट से जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला शिकस्त दी थी। हालांकि 2018 में भाजपा और पीडीपी का गठबंधन टूटने के बाद उन्होंने पार्टी का दामन छोड़ दिया था और वह अल्ताफ बुखारी की अपनी पार्टी में शामिल हो गए।
पीडीपी उम्मीदवार
अशरफ मीर द्वारा पीडीपी पार्टी का दामन छोड़ने के बाद उनके भतीजे जुहैब मीर ने पार्टी का दामन थाम लिया। जुहैब ने ब्रिटेन से अर्थशास्त्र में पीजी डिग्री हासिल की है। पीडीपी प्रमुख ने जुहैब मीर को लाल चौक से चुनावी मैदान में उतारा है। इस तरह से लाल चौक पर चाचा-भतीजा आमने-सामने हैं।
बीजेपी भी लगा रही है पूरा जोर
जम्मू-कश्मीर के इतिहास में भाजपा ने कश्मीर घाटी से कभी कोई सीट नहीं जीती है। हालांकि इस बार भाजपा लाल चौक विधानसभा क्षेत्र में अपना पूरा जोर लगा रही है। भाजपा उम्मीदवार इंजीनियर एजाज हुसैन राठेर कश्मीर में पार्टी का चेहरा हैं। यही कारण है कि बीजेपी ने इंजीनियर एजाज हुसैन राठेर को लाल चौक निर्वाचन क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतारा है। भाजपा उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए खुद पीएम मोदी ने श्रीनगर के लाल चौक से रैली कर लोगों को आकर्षित करने की कोशिश की। वहीं एजाज हुसैन का कहना है कि उन्हें पूरा भरोसा है कि जीत उनकी होगी। क्योंकि आर्टिकल 370 हटने के बाद भाजपा ने बहुत विकास किया है।