By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 29, 2019
नयी दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान हटाए जाने के बाद स्थानीय लोगों से संवाद करने और उनके मुद्दों को समझने के मकसद से अगले महीने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग की एक उच्च स्तरीय टीम दोनों प्रस्तावित केंद्रशासित प्रदेशों का दौरा करेगी। अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष सैयद गैयुरूल हसन रिजवी के मुताबिक आयोग की बुधवार को हुई मासिक बैठक में यह निर्णय किया गया कि अगले महीने के पहले पखवाड़े में आयोग की उच्चस्तरीय टीम जम्मू, कश्मीर और लद्दाख का दौरा करेगी। उन्होंने को बताया कि केंद्र सरकार के ‘स्वागत योग्य’ फैसले के बाद अब आयोग की टीम दोनों प्रस्तावित केंद्रशासित प्रदेशों के लोगों और अधिकारियों से बातचीत करेगी तथा लोगों के मुद्दों को समझने का प्रयास करेगी।
आयोग की टीम ऐसे समय में जम्मू-कश्मीर और लद्दाख जा रही है जब इससे पहले 27-28 अगस्त को अल्पसंख्यक मंत्रालय की टीम ने कश्मीर का दौरा किया। गौरतलब है कि आयोग की यह पहल इस मायने में महत्वपूर्ण है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख अल्पसंख्यक बहुल हैं। कश्मीर मुस्लिम बहुल है तो लद्दाख में भी मुस्लिम और बौद्ध आबादी बहुसंख्यक है। जम्मू क्षेत्र में मुस्लिम समुदाय की अच्छी-खासी आबादी है और वहां सिख समुदाय के लोग भी रहते हैं।