By अंकित सिंह | Feb 03, 2024
बिहार में मंत्रालयों का बंटवारा हो चुका है। 28 जनवरी को नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार के गठन के बाद से लगातार विभागों के बंटवारे को लेकर इंतजार बना हुआ था। 28 जनवरी को नीतीश कुमार ने रविवार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उनके अलावा भाजपा कोटे से दो उपमुख्यमंत्री और छह अन्य मंत्रियों ने भी शपथ ली थी। नीतीश कुमार ने गृह विभाग को अपने पास रखा है। हालांकि, इसी विभाग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा थी। दावा किया जा रहा था कि इस बार भाजपा इस अपने पास रखेगी। हालांकि ऐसा नहीं हो सका।
नीतीश कुमार के पास सामान्य प्रशासन, गृह, मंत्रिमंडल सचिवालय जैसे विभाग है। वहीं, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को वित्त, वाणिज्य कर, नगर विकास एवं आवास, स्वास्थ्य, खेल, पंचायती राज, उद्योग, पशु एवं मत्स्य संसाधन तथा विधि मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। अगर हम दूसरे उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा की बात करें तो उन्हें कृषि, पथ निर्माण, राजस्व एवं भूमि सुधार, गन्ना उद्योग, खान एवं भूतत्व, श्रम संसाधन, कला, संस्कृति एवं युवा, लघु जल संसाधन, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण की जिम्मेदारी सौंपी गई है। विजय कुमार चौधरी के पास जल संसाधन, संसदीय कार्य, भवन निर्माण, परिवहन, शिक्षा और सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की जिम्मेदारी है।
विजेंद्र यादव ऊर्जा, योजना एवं विकास, मध्य निषेध, ग्रामीण कार्य और अल्पसंख्यक कल्याण की जिम्मेदारी संभालेंगे। प्रेम कुमार सहकारिता, पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण, आपदा प्रबंधन, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन तथा पर्यटन विभाग को देखेंगे। श्रवण कुमार को ग्रामीण विकास, समाज कल्याण, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण की जिम्मेदारी दी गई है। हम कोटे से मंत्री बने जीतन राम मांझी के बेटे संतोष कुमार सुमन को सूचना प्रौद्योगिकी और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सुमित कुमार सिंह जो निर्दलीय विधायक हैं उन्हें विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं तकनीकी शिक्षा की जिम्मेदारी दी गई है।