By अभिनय आकाश | Sep 23, 2024
अमेरिका में चल रहे क्वाड समिट में गलती से एक माइक खुला रह गया। वहां पीएम मोदी के पास ही बैठे अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चीन को लेकर धीरे से एक बात कही। उन्हें पता नहीं था कि माइक खुला रह गया है। वो बात माइक पर सबने सुन ली। सुनते ही पूरे हॉल में सनसनी फैल गई। ये बात अब पूरे सम्मेलन में चर्चा का विषय बनी हुई है। अमेरिका में क्वाड देशों का सम्मेलन बीते दिनों हुआ। ये चार देशों का ग्रुप है, इस ग्रुप में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान और भारत शामिल है। इसी की बैठक में भाग लेने के लिए पीएम मोदी अमेरिका की यात्रा पर हैं। क्वाड समिट में भारत के लिए अच्छी बात ये रही कि अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान ने हिंद महासागर क्षेत्र में चीन की गुस्ताखियों से निपटने के लिए भारत का लोहा माना।
दक्षिण चीन सागर वाले इलाके को लेकर चीन का कई देशों से विवाद है। चीन इस क्षेत्र में वियतनाम, फिलिपींस, ब्रुनेई, मलेशिया और ताइवान जैसे देशों के साथ उलझता रहा है। अमेरिका से भी इस मुद्दे को लेकर तल्खी हो चुकी है। इस इलाके में चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए भारत की भूमिका काफी अहम मानी जाती है। इन्हीं मुद्दों को लेकर बैठक में काफी चर्चा हुई। इसी बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कई महत्वपूर्ण बातें कहीं। इस समिट में बाइडेन ने क्वाड नेताओं से कहा कि हमारा मानना है कि शी जिनपिंग घरेलू आर्थिक चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं और चीन में अशांति को कम करना चाहते हैं। वहीं जब शिखर सम्मेलन खत्म हो गया और वहां से पत्रकार निकल रहे थे। तब जो बाइडेन को लगा कि माइक बंद है और उन्होंने धीमी आवाज में कहा कि चीन दक्षिण चीन सागर के इलाके में आक्रमक होता जा रहा है।
इस समय माइक खुला हुआ था और सभी पत्रकारों ने बाइडेन की बात सुन ली। बाइडेन ने ये भी कहा कि चीन उनका इम्तिहान ले रहा है। ऐसी हरकतें कर रहा है जो हमारी परीक्षा लेने जैसा है। बाइडेन की बात जैसे ही माइक पर सुनी गई तुरंत ही वहां के अधिकारी हरकत में आ गए। अमेरिका के एक सीनियर प्रशासनिक अधिकारी ने इस गलती को ढकने के लिए कहा कि ये पहले तो कहा गया उसी लाइन पर है। मुझे नहीं लगता कि ये कोई आश्चर्य की बात है। हमारी मन की बात और जुबान बेमेल होती है।