By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 22, 2017
वाशिंगटन। समाज में उन पतियों को कम शक्तिशाली समझा जाता है जिनकी पत्नियां शादी के बाद अपना उपनाम नहीं बदलती। अपने आप में इस तरह के पहले अध्ययन में यह पाया गया है। इसमें शादी के बाद पति का उपनाम अपनाने या न अपनाने की सूरत में लोगों की पुरुषों के व्यक्तित्व को लेकर सोच का अध्ययन किया गया। शादी के बाद जो महिलाएं अपना उपनाम नहीं बदलतीं ऐसे पुरुषों को नारीत्व से जुड़ी विशेषताओं में उच्च दर्जे का समझा जाता है और पुरुषत्व से जुड़ी विशेषताओं में कम दर्जे का आंका जाता है।
महिलाओं का शादी के बाद पति का उपनाम अपनाना दुनिया भर में आम है। आज तक, वैज्ञानिकों ने इस बात से संबंधित कभी कोई शोध नहीं किया कि महिलाओं का शादी के बाद उपनाम को लेकर चयन कैसे दूसरों का उनके पति को लेकर दृष्टिकोण बदल सकता है। अमेरिका के नेवेडा विश्वविद्यालय ने अमेरिका और ब्रिटेन में इससे संबंधित तीन अध्ययन किए।