श्रीनगर।
जम्मू कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष
महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को आरोप लगाया कि केंद्र राजनीतिक फायदे के लिए एनआईए, ईडी और सीबीआई जैसी जांच एजेंसियों का इस्तेमाल ‘‘हथियार’’ के तौर पर कर रहा है। मुफ्ती ने कहा कि भाजपा को उनके दोस्तों, परिवार के लोगों और पार्टी के सहयोगियों को परेशान करना बंद करना चाहिए। श्रीनगर में अपने गुपकर आवास पर संवाददाता सम्मेलन में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि
भाजपा को राजनीतिक तौर पर मुकाबला करना चाहिए और जांच एजेंसियों का दुरुपयोग बंद करना चाहिए। मुफ्ती ने कहा, ‘‘
केंद्र सरकार ने बदले की जो कार्रवाई शुरू की, वह चरम पर पहुंच चुका है। पिछले दो साल में उन्होंने मेरी संपत्ति या मेरे नाम पर आवास सब चीजों को खंगाल लिया। जब उन्हें कुछ नहीं मिला तो उन्होंने मेरे परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों, दोस्तों और सहयोगियों के मकानों पर छापेमारी शुरू की। ईडी का दुरुपयोग किया जा रहा है। एनआईए और ईडी का इस्तेमाल हथियार के तौर पर किया जा रहा है। ’’
पीडीपी के नेता वाहिद पारा को आतंकी मामले में एनआईए द्वारा गिरफ्तार किए जाने का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘आपके (भाजपा) पास सरकार है, कई सांसद हैं। अगर आपको मुझसे लड़ना है तो एनआईए, ईडी और सीबीआई के जरिए नहीं राजनीतिक तौर पर मुकाबला करिए।’’ मुफ्ती ने आरोप लगाया कि पारा को एक महीने तक एनआईए की हिरासत में इसलिए रखा गया ताकि ‘‘वह ऐसा कुछ स्वीकार करें, जो मुझसे जुड़ा हो।’’ मुफ्ती ने कहा कि अगर सरकार उनको हिरासत में लेना चाहती है तो वह सीधे उनके पास आए लेकिन परिवार के सदस्यों, दोस्तों और पार्टी के सहयोगियों को परेशान करना बंद करे। मुफ्ती ने कहा, ‘‘अगर उनके पास एक महिला से राजनीतिक तौर पर लड़ने की ताकत नहीं है तो मुझे लगता है कि उन्हें चूड़ियां पहन लेनी चाहिए और घर में बैठना चाहिए...मुझे नहीं लगता कि उनके पास शासन करने की नैतिक ताकत है। जिस तरह के कदम वे उठा रहे हैं उस कारण से लोग सड़कों पर (प्रदर्शन के लिए) आ रहे हैं। उन्होंने संविधान को बर्बाद कर दिया है।’’
पीडीपी प्रमुख ने आरोप लगाया कि सरकार दक्षिण कश्मीर के बिजबेहरा में उनके पिता और पीडीपी के संस्थापक मुफ्ती मोहम्मद सईद के स्मारक के निर्माण के मामले में जांच कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘वे इतने निचले स्तर पर चले गए हैं कि वे मुफ्ती साहब के स्मारक की जांच कर रहे हैं। मुझे सूचना मिली है कि वे खंगाल रहे हैं कि स्मारक बनाने के लिए कहां से धन आया। वे मृत व्यक्ति को भी नहीं छोड़ेंगे।’’ जिला विकास परिषद (डीडीसी) चुनाव में गुपकर घोषणापत्र गठबंधन (पीएजीडी) को 110 सीटें मिली हैं जबकि भाजपा ने 75 सीटें हासिल की हैं। पीडीपी अध्यक्ष ने डीडीसी चुनाव के नतीजों पर प्रसन्नता जताते हुए कहा कि यह खुशी इसलिए हो रही है क्योंकि भाजपा ने उनकी पार्टी को ‘खत्म’ करने के कई प्रयास किए। घाटी में तीन सीटों पर भाजपा की जीत पर उन्होंने आरोप लगाया कि ‘पार्टी ने धन बल, बाहुबल और हेरफेर के जरिए जीत हासिल की।