पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के खिलाफ कई राज्यों में आज छापेमारी की गई। कर्नाटक के अलावा, मध्य प्रदेश, दिल्ली, असम, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और तेलंगाना में भी छापे मारे गए। कर्नाटक में, 75 पीएफआई और एसडीपीआई (सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया) के कार्यकर्ताओं और नेताओं को "एसडीपीआई यादगिरि जिला अध्यक्ष सहित, निवारक हिरासत में ले लिया गया। असम के एडीजीपी (विशेष शाखा) हिरेन नाथ ने कहा, "पीएफआई से जुड़े चार लोगों को आज नगरबेरा इलाके से हिरासत में लिया गया है। जिले के कई हिस्सों में हमारा अभियान जारी है। असम में अब तक 36 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। महाराष्ट्र में अब तक 20 से ज्यादा PFI सदस्यों को गिरफ्तार किया जा चुका है। महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने सोमवार को मराठवाड़ा क्षेत्र के नांदेड़ से एक और कार्यकर्ता को गिरफ्तार किया।
उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि पीएफआई एवं उसके अनुषांगिक संगठनों द्वारा देश के विभिन्न स्थानों पर कारित हिंसा एवं संगठन के सदस्यों की बढ़ती राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को देखते हुए उ.प्र. जनपदीय पुलिस, एसटीएफ, एटीएस ने प्रदेश के 26 जनपदों में पीएफआई के सदस्यों के ठिकानों पर रेड की गई। कुल 57 व्यक्ति हिरासत में लिए गए हैं इस रेड के उपरांत मौके पर बरामद विभिन्न प्रकार के अभिलेखों एवं सबूत में संयुक्त रूप से विश्लेषण किया जा रहा है। उपरोक्त अभिलेखों एवं सबूतों के आधार पर अंतरिम विधिक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
पीएफआई के मददगारों पर यूपी में हुई छापामारी में राजधानी लखनऊ से लेकर मेरठ जिले शामिल हैं। लखनऊ में बख्शी तालाब, इटौंजा के साथ शहरी इलाके में छापेमारी के बाद करीब 10 लोगों को हिरासत में लिया गया। लखनऊ के अलावा मेरठ में भी छापेमारी चल रही है। गाजियाबाद के भोजपुर थाना क्षेत्र के गांव कलछीना गांव में यूपीएटीएस ने छापेमारी की है।