मेरठ जिले के किठौर थाना क्षेत्र के कस्बा शाहजहांपुर से ई रिक्शा लेकर घुमने निकले दो किशोरों की फतेहपुर नारायण के जंगल में हुई हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस के अनुसार आरोपी ने ई रिक्शा लूटने के लिए दोनो बच्चों की हत्या की थी। पुलिस ने लूटी हुई ई रिक्शा, हत्या में इस्तेमाल चाकू बरामद कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस लाइन में आयोजित प्रेसवार्ता में एसएसपी प्रभाकर चौधरी व एसपी देहात केशव कुमार ने खुलासा करते हुए बताया कि 28 अगस्त को कस्बा शाहजहांपुर निवासी ई-रिक्शा चालक सादिक पुत्र जाने आलम व उसका दोस्त अमन संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गए थे। अगली सुबह दोनों के शव गांव फतेहपुर नारायण के जंगल में आम के बाग से बरामद हुए थे। दोनों की हत्या की गई थी और उनका ई-रिक्शा भी गायब था।
एसएसपी ने बताया कि ई-रिक्शा लूटने के लिए जाहिद ने दोनों किशोरों की हत्या की थी। आरोपी ने शौकीन को ई-रिक्शा दिलाने की बात कहकर 50 हजार रुपये कर्ज लिया था। उसने 28 अगस्त की शाम ई-रिक्शा लूटने की योजना तैयार की। खेत में खाद ले जाने के बहाने उसने सादिक का ई-रिक्शा रुकवाया। खाद के दो कट्टे लादकर वह उन्हें जंगल में ले गया। अपनी ट्यूबवेल से दूर ई-रिक्शा रुकवा लिया। पहले सादिक को वह नलकूप की मोटर उठाने के बहाने जंगल में ले गया और उसकी गला दबाकर व चाकू से रेतकर हत्या कर दी। दूसरे अमन को भी इसी तरह मौत की नींद सुला दिया और उनका ई-रिक्शा लूट लिया।
पुलिस सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही थी तो एक संदिग्ध दोनों बच्चों के साथ जाता दिखा। कई जगह सीसीटीवी कैमरे में वह कैद हुआ। कुछ वीडियो भी पुलिस के हाथ लगी। जिसके बाद इंस्पेक्टर किठौर अरविंद मोहन शर्मा और सर्विलांस प्रभारी मनीष बिष्ट के नेतृत्व में दो टीमें मामले के खुलासे के लिए लगाई गई। पुलिस ने गांव में छानबीन शुरू की और सर्विलांस टीम ने घटनास्थल के आसपास लगे करीब 50-60 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। पुलिस ने फुटेज के आधार पर मुख्य आरोपी जाहिद पुत्र हसनैन निवासी गांव नित्यानंदपुर (मीतापुर) किठौर और उसके साथी शौकीन पुत्र शहादत निवासी पिपलौती थाना हसनपुर जनपद अमरोहा को गिरफ्तार किया। लूटा गया ई-रिक्शा व हत्या में प्रयुक्त चाकू भी बरामद कर लिया गया है।
आरोपी ने पुलिस को बताया कि पहले उसने भोला नाम के ई-रिक्शा चालक को रोका, लेकिन उसने जंगल में जाने से इनकार कर दिया। जिसके बाद इन दोनों बच्चों को रोका और 150 रुपये में भाड़ा किया। वह केवल ई-रिक्शा लूटना चाहता था, लेकिन दोनों बच्चे उसे पहचानते थे, जिसके चलते उनकी हत्या की।