By अनन्या मिश्रा | Mar 31, 2025
बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री मीना कुमारी ने भारतीय सिनेमा में अपनी एक अलग पहचान बनाई। अपने शानदार अभिनय की वजह से मीना कुमारी ने हिंदी सिनेमा ने एक खास मुकाम हासिल किया था। फिल्म इंडस्ट्री में मीना कुमारी को 'ट्रेजडी क्वीन' के नाम से जाना जाता था। क्योंकि उनका फिल्मी करियर जितना ज्यादा शानदार था, उनकी पर्सनल लाइफ उतनी ही दुख भरी थी। मीना कुमारी ने बाल कलाकार के तौर पर इंडस्ट्री में कदम रखा था। वह भारतीय सिनेमा की सबसे बेहतरीन और उम्दा अभिनेत्रियों में से एक थीं। उन्होंने अपने 33 साल के फिल्मी करियर में करीब 90 से भी ज्यादा फिल्मों में काम किया है। तो आइए जानते हैं उनकी डेथ एनिवर्सरी के मौके पर मीना कुमारी के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...
जन्म और परिवार
मुंबई में 01 अगस्त 1933 को मीना कुमारी का जन्म हुआ था। उनका असली नाम महजबीं बानो था। महज 4 साल की उम्र में मीना कुमारी ने 'लेदरफेस' से बाल कलाकार के रूप में अपने फिल्मी करियर की शुरूआत की थी। मीना कुमारी के परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी, जिसकी वजह से उनको कम उम्र से ही काम करना शुरूकर दिया था। एक्ट्रेस की मासूमियत और अभिनय की काबिलियत ने जल्द की लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा और धीरे-धीरे वह बड़ी फिल्मों का हिस्सा बनने लगीं।
चार बार जीता फिल्मफेयर अवॉर्ड
50-60 के दशक में मीना कुमारी हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की सबसे बड़ी और फेमस अभिनेत्री बन गई थीं। साल 1952 में अभिनेत्री मीना कुमारी को फिल्म बैजू बावरा से बड़ी कामयाबी मिली थी। इसके बाद एक्ट्रेस ने 'परिणीता', 'साहिब बीबी और गुलाम', 'दिल अपना और प्रीत पराई' और 'काजल' जैसी फिल्मों से दर्शकों का दिल जीत लिया। मीना कुमारी की आंखों और आवाज से दर्द बयां करने की कला बेमिसाल थी। मीना कुमारी के करियर की फिल्म 'पाकीजा' उनकी फिल्मी करियर की सबसे बड़ी और यादगार फिल्म मानी जाती है। फिल्म पाकीजा में मीना कुमारी का किरदार आज भी लोगों के जहन में ताजा है। मीना कुमारी ने तीन बार फिल्मफेयर अवॉर्ड जीता।
शराब की लत ने छीनी जिंदगी
एक्ट्रेस मीना कुमारी का जीवन सुखद नहीं रहा। पति कमाल अमरोही से अलगाव और निजी जिंदगी से परेशान होकर उन्होंने शराब पीना शुरूकर दिया। उनकी यह आदत सेहत के लिए काफी खतरनाक साबित हुई। वहीं 31 मार्च 1972 को महज 38 साल की उम्र में मीना कुमारी ने इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया था। उनकी मौत लिवर सिरोसिस की वजह से हुई।