By दिनेश शुक्ल | Jan 08, 2021
भोपाल। प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा है कि प्रदेश में जल्द ही "मरीज मित्र योजना" शुरू की जायेगी। इसमें समाज के प्रबुद्ध वर्ग अपनी सेवाएँ नि:शुल्क रूप से चिकित्सा क्षेत्र में दे सकेंगे। यह बात उन्होंने शुक्रवार को शहडोल मेडिकल कॉलेज के निरीक्षण के दौरान ली गई समीक्षा बैठक में कही।
मंत्री सारंग ने मेडिकल कॉलेज के विभिन्न वार्डों, ओपीडी, ओ.टी. रूम, ड्राय रन रूम आदि का निरीक्षण किया। उन्होंने कोविड-19 वैक्सीन लगाने संबंधी व्यवस्थाओं को देखा। साथ ही विभिन्न लैब का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि शहडोल मेडिकल कॉलेज अभी बाल्यावस्था में है। आने वाले समय में कॉलेज को तकनीक और आई.टी. से समृद्ध किया जायेगा। प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज को नये लुक में आगे बढ़ाने के उद्देश्य से 12-13 विषयों पर मंथन किया जा रहा है। शासकीय अमला और चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लोग इसे मूर्त रूप देंगे।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा कि डॉक्टर्स चिकित्सा के साथ शिक्षक की भूमिका बखूबी निभाएं और नये विशेषज्ञ डॉक्टर्स तैयार करें। विभागाध्यक्ष आपसी सामंजस्य, सहयोग एवं सहभागिता से आगे बढ़ अपना अमूल्य योगदान दें। विभागाध्यक्ष, डीन और कमिश्नर एक साथ बैठकर मानव संसाधन सहित अन्य चिकित्सकीय आवश्यकता की व्यवस्थाओं के संबंध में विचार-विमर्श कर उचित निर्णय लें और मेडिकल कॉलेज को बेहतर बनाने में अपना सहयोग दें। इसके लिये निर्वाचित जन-प्रतिनिधियों से भी सतत सम्पर्क बनायें। व्यवस्थाएँ सुदृढ़ करने में सामाजिक कार्यकर्ताओं का सहयोग भी सुनिश्चित करें।
उन्होंने कॉलेज के विद्यार्थियों से पढ़ाई और कॅरियर के बारे में चर्चा की। उन्होंने कहा कि मानव को ऐसा सुअवसर बहुत कम मिलता है, जब वह दूसरों की जान बचाता है। इसलिये डॉक्टर ईश्वरीय शक्ति से परिपूर्ण माना गया है, जो लोगों को नया जीवन देता है। उन्होंने छात्रों की माँग पर निर्देश दिये कि मेडिकल कॉलेज में लायब्रेरी 24 घंटे खुलवाने की पहल करें। साथ ही आवश्यक तकनीकी सुविधाएँ भी शीघ्र मुहैया करवाने को कहा। इस मौके पर विधायक मनीषा सिंह, जय सिंह मरावी सहित अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।