By अंकित सिंह | Mar 26, 2024
लोकसभा चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश की राजनीति दिलचस्प होती दिखाई दे रही है। उत्तर प्रदेश में मुख्य मुकाबला भाजपा और इंडिया गठबंधन जिसमें कांग्रेस और समाजवादी पार्टी शामिल है, के बीच होने का अनुमान है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा को जयंत चौधरी की पार्टी राष्ट्रीय लोक दल का समर्थन है। इन सबके बीच बहुजन समाज पार्टी ने भी अपने उम्मीदवारों के ऐलान शुरू कर दिए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की पार्टी के उम्मीदवारों पर नजर डालें तो कहीं ना कहीं यह समाजवादी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन के लिए नुकसान पहुंचाने वाला साबित हो सकता है। इसका बड़ा कारण यह है कि मायावती की पार्टी की ओर से सबसे पहले जिन 16 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया उसमें 7 मुस्लिम कैंडिडेट है।
मायावती ने जिन सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारे हैं, उनमें सहारनपुर, मुरादाबाद, रामपुर, संभल, अमरोहा, आंवला और पीलीभीत शामिल है। यह कहीं ना कहीं इंडिया गठबंधन के लिए झटका वाला साबित हो सकता है। सहारनपुर से कांग्रेस ने जहां इमरान मसूद को टिकट दिया है तो ही मायावती ने माजिद अली को अपना उम्मीदवार बना दिया है। अमरोहा से कांग्रेस के दानिश अली हैं तो दूसरी ओर बीएसपी ने मुजाहिद हुसैन को टिकट दे दिया है। संभल से सपा ने शफीकुर्रहमान बर्क के पोते जियार्रहमान बर्क को टिकट दिया तो वहीं बीएसपी ने जवाब में शौकत अली को टिकट दे दिया है। मुरादाबाद सीट से समाजवादी पार्टी ने एसटी हसन को फिर से टिकट दिया है तो बसपा ने मोहम्मद इरफान सैफी को अपना उम्मीदवार बनाया है।
रामपुर से जीशान खान भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। वहीं आंवला सीट से भी आबिद अली को मैदान में उतरा गया है। इन दोनों सीट पर भी इंडिया गठबंधन की ओर से संभवत मुस्लिम उम्मीदवार उतारे जा सकते हैं। ऐसे में यूपी की सियासत दिलचस्प होती दिखाई दे रही है। मायावती ने अपनी ओर से मुस्लिम वोट में सेंध लगाने की पूरी कोशिश कर चुकी हैं जो की इंडिया गठबंधन के लिए बड़ा झटका है। उत्तर प्रदेश खासकर के पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अगर मुस्लिम वोटो में बंटवारा होता है तो समाजवादी पार्टी और इंडिया गठबंधन के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है। मुस्लिम वोटो में बंटवारे से भाजपा को फायदा होने की उम्मीद है। मायावती ने भी अपने सामाजिक समीकरणों को देखते हुए ही मुस्लिम उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतार दिया है। उत्तर प्रदेश में मायावती की पार्टी इस बार अकेले चुनाव लड़ रही है। पिछली दफा समाजवादी पार्टी के साथ उनका गठबंधन था।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए रविवार को दो किस्तो में उत्तर प्रदेश की 25 सीट के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा की। पार्टी ने पहले 16 सीट पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा की और कुछ ही घंटों के अंतराल में दूसरी सूची जारी कर नौ और प्रत्याशी घोषित किये। बसपा द्वारा घोषित उम्मीदवारों की पहली सूची के मुताबिक, सहारनपुर से माजिद अली और कैराना से श्रीपाल सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है। इसके अलावा मुजफ्फरनगर से दारा सिंह प्रजापति, बिजनौर से विजेंद्र सिंह, नगीना (आरक्षित) सीट से सुरेंद्र पाल सिंह, मुरादाबाद से मोहम्मद इरफान सैफी, रामपुर से जीशान खां, संभल से सौलत अली, अमरोहा से मुजाहिद हुसैन, मेरठ से देववृत्त त्यागी और बागपत से प्रवीण बंसल को बसपा का टिकट दिया गया है। पार्टी ने गौतम बुद्ध नगर से राजेंद्र सिंह सोलंकी, बुलंदशहर (आरक्षित) सीट से गिरीश चंद्र जाटव, आंवला सीट से आबिद अली, पीलीभीत से अनीस अहमद खान उर्फ फूल बाबू तथा शाहजहांपुर (आरक्षित) सीट से डॉक्टर दोदराम वर्मा को प्रत्याशी बनाया है। बसपा ने रविवार शाम को दूसरी सूची जारी कर नौ और उम्मीदवार घोषित किये।
सूची के अनुसार हाथरस (आरक्षित) से हेम बाबू धनगर, मथुरा से कमलकांत उपमन्यु, आगरा (आरक्षित) सेपूजा अमरोही,फतेहपुर सीकरी सेराम निवास शर्मा, फिरोजाबाद से सतेन्द्र जैन सौली, इटावा (आरक्षित) से सारिका सिंह बघेल, कानपुर से कुलदीप भदौरिया, अकबरपुर (कानपुर देहात) से राजेश कुमार द्विवेदी और जालौन (आरक्षित) से सुरेश चंद्र गौतम को उम्मीदवार घोषित किया गया है। बसपा द्वारा घोषित 25 उम्मीदवारों में सात अल्पसंख्यक समुदाय के हैं। लोकसभा चुनाव के पहले चरण के तहत उत्तर प्रदेश की सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत सीटों के लिए चुनाव होंगे। इसके लिए नामांकन पत्र 27 मार्च तक दाखिल किए जाएंगे, जिनकी जांच 28 मार्च को की जाएगी। नाम वापसी की आखिरी तारीख 30 मार्च होगी और मतदान 19 अप्रैल को होगा। मथुरा में दूसरे चरण में 26 अप्रैल को जबकि हाथरस, आगरा, फतेहपुर सीकरी, फिरोजाबाद में तीसरे चरण में सात मई को, इटावा, कानपुर और अकबरपुर में चौथे चरण में 13 मई और जालौन में पांचवें चरण में 20 मई को मतदान होगा। निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव सात चरणों में कराने की घोषणा की है। इसके मुताबिक उत्तर प्रदेश की कुल 80 सीट के लिए सात चरणों में मतदान होगा।