लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज कहा कि भाजपा को सत्ता का नशा चढ़ गया है और वह सत्ता हथियाने के लिए किसी भी कीमत पर लोकतंत्र की हत्या को उतारू है। मायावती ने झारखंड के बसपा पदाधिकारियों के साथ बैठक के बाद जारी एक बयान में कहा, ‘‘भाजपा को अब सत्ता का ऐसा नशा चढ़ गया है कि वह हर कीमत पर सत्ता हथियाने के क्रम में लोकतंत्र की प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से हत्या तक करने पर उतारू लगती है।’’
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड राज्यों में वोटिंग मशीन के माध्यम से चुनावी धांधली व गोवा एवं मणिपुर राज्यों में चुनाव हारने के बावजूद धनबल के सहारे सत्ता हथियाने की भाजपा की नीति इस बात का पक्का प्रमाण है। मायावती ने कहा कि भाजपा के शासन में समाज का बहुत बड़ा तबका जो दलित, आदिवासी एवं अन्य पिछड़े वर्ग से ताल्लुक रखता है, हमेशा की तरह उपेक्षित और तिरस्कृत है। उन्हें उनके संवैधानिक हक से वंचित रखा जा रहा है। उन्हें शिक्षा व रोजगार के सही अवसर नहीं मिल रहे हैं। इन वर्गों के करोड़ों लोग दयनीय जीवन व्यतीत करने को मजबूर हैं जबकि भाजपा सरकार केवल बनावटी और दिखावटी तौर पर सांकेतिक स्तर पर काम करके देश की आम जनता को गुमराह करने का काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार की पूंजीवादी नीतियों और कार्यकलापों से देश की गरीब, कमजोर और उपेक्षित जनता काफी दुखी है परंतु भाजपा को इस बात का अहंकार है कि इन सब गलत नीतियों और कार्यकलापों के बावजूद वह चुनावों में लगातार जीतती ही जा रही है। बसपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा की चुनावी जीत अंतत: पानी के बुलबुले की तरह साबित होगी क्योंकि कुल मिलाकर इस पार्टी की नीति, कार्यक्रम, चाल, चरित्र और चेहरा गरीब, मजदूर, किसान, दलित एवं अन्य पिछड़ा वर्ग विरोधी तथा धन्नासेठों की घोर समर्थक है। उन्होंने कहा कि अपने इस रूप को छिपाने के लिए ही भाजपा अनावश्यक तौर पर धार्मिक कट्टरवाद, संकीर्ण राष्ट्रवाद, राष्ट्रीय सुरक्षा आदि के भावुक मुद्दों का सहारा लेकर चुनावी राजनीति करती रहती है जिससे ना तो लोगों का पेट भरने वाला है, ना ही इससे देश की गरीबी, भुखमरी, किसान आत्महत्या और बेरोजगारी की विकट राष्ट्रीय समस्या समाप्त होने वाली है।