By प्रिया मिश्रा | May 05, 2022
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, मई का महीने में ग्रहों की चाल बदलने से सभी राशियों पर प्रभाव देखने को मिलेगा। ज्योतिषीय गणना के अनुसार, मंगल और शनि 29 अप्रैल से 17 मई तक एक ही राशि में रहकर एक युति बना रहे हैं। शनि 29 अप्रैल 2022 को सुबह 09 बजकर 57 मिनट पर कुंभ राशि में गोचर कर गए हैं। जहां पर मंगल पहले से ही मौजूद थे। ज्योतिशास्त्र के अनुसार ये दोनों शत्रु ग्रह माने जाते हैं। कुंभ राशि में इन दोनों ग्रहों की इस युति से 'द्वंद्व योग बन रहा है, जिसे अशुभ योग माना गया है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, शनि-मंगल की यह युति इन तीन राशियों के लिए अशुभ मानी जा रही है -
कर्क राशि
कर्क राशि के अष्टम भाव में शनि-मंगल की युति बन रही है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, इस भाव को आयु, दुर्घटना और जोखिम का भाव माना जाता है। इस कारण आपको किसी दुर्घटना का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान कार्यस्थल पर सतर्क रहने की आवश्यकता है अन्यथा हानि हो सकती है।
कन्या राशि
कन्या राशि के छठे भाव में शनि और मंगल की युति बनेगी। इस भाव को शत्रु, ऋण, स्वास्थ्य, व्यवसाय और कठिन परिश्रम का भाव माना जाता है। इस दौरान आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रखने की आवश्यकता है। आपको अपने खानपान पर विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। इस दौरान आपके धन व्यय के योग हैं। जातकों को ज़्यादा परिश्रम वाले काम करने से बचना चाहिए।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों को शनि और मंगल की युति से कष्ट झेलना पड़ सकता है। इस दौरान कुंभ राशि के जातकों को साकारत्मक रहने की आवश्यकता है। नकारत्मक विचार आपको परेशान कर सकते हैं। इस राशि के जातकों को क्रोध और अहंकार से बचना चाहिए। आपको अपनी वाणी पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता है अन्यथा जीवनसाथी या सहकर्मी के साथ विवाद होने की प्रबल संभावना है।
- प्रिया मिश्रा