बिहार राजनीति, कूटनीति और अर्थशास्त्र के पंडित माने जाने वाले चाणक्य की धरती है, जिसने चंद्रगुप्त मौर्य को पाटलिपुत्र पर राज करने के तरीकों और राजनीति के रहस्यों से रूबरू करवाया था। लेकिन वर्तमान में मगध के एक आधुनिक चाणक्य जिसने बचपन में चाय बेचने वाले नरेंद्र मोदी की चुनावी रणनीति की कमान को संभालते हुए लोकसभा चुनाव 2014 में उनका प्याला वोटों से भर दिया, फिर नीतीश कुमार को 'बिहार में बहार हो नीतेशे कुमार हो' के नारे के साथ फिर से राज्य के सर्वोच्च कुर्सी पर काबिज किया और अमरिंदर सिंह को पंजाब का कैप्टन बना दिया। ममता दीदी के कैंपेन का जिम्मा संभाल रहे राजनीति के पीके से जुड़ी खबर पंजाब से आ गई।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने प्रशांत किशोर को अपना प्रधान सलाहकार नियुक्त किया है। जिसकी जानकारी खुद कैप्टन अमरिंदर ने ट्वीट कर दी। अमरिंदर सिंह ने लिखा कि पंजाब के लोगों की भलाई के लिए एक साथ काम करने के लिए तत्पर हैं।
कांग्रेस और प्रशांत किशोर
प्रशांत ने कांग्रेस में यूपी और पंजाब के जिम्मेदारी संभाली। उत्तर प्रदेश में भी किशोर ने बिहार की तर्ज पर अखिलेश यादव और राहुल गांधी का मिलाप अच्छे लड़के के रूप में करवाया। प्रशांत किशोर ने नई चुनावी चाल के तहत ‘अपने लड़के बनाम बाहरी मोदी’ का नारा भी दिया लेकिन यूपी को राहुल और अखिलेश का साथ पसंद नहीं आया और कांग्रेस सात सीटों पर सिमट गई। लेकिन पंजाब में विधानसभा चुनाव 2017 में कांग्रेस की जीत के पीछे अमरिंदर के चेहरे के साथ ही प्रशांत की रणनीति का भी हाथ है जिसने कांग्रेस का तूफान ऐसा उड़ाया कि सभी देखते रह गए। पंजाब चुनाव के बाद प्रशांत किशोर ने एक रिपोर्ट पेश की थी, जिसमें उन्होंने साफ कह दिया था कि पंजाब में कांग्रेस 68 से 70 सीटों पर कब्ज़ा करेगी और सरकार बनाएगी और कांग्रेस ने 77 सीटों पर जीत हासिल की।