By अंकित सिंह | Feb 15, 2024
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को संदेशखली में अशांति के लिए आरएसएस को जिम्मेदार ठहराया और आरोप लगाया कि भाजपा का निशाना एक तृणमूल नेता हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार मामले में आरोपी पाए गए लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। ममता बनर्जी ने राज्य विधानसभा को बताया कि हम संदेशखाली स्थिति पर गौर कर रहे हैं, किसी भी गलत काम में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा, "हमने राज्य महिला आयोग को भेजा है और संदेशखाली के लिए एक पुलिस टीम का गठन किया है।" उन्होंने कहा, "17 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।" ममता बनर्जी का यह बयान संदेशखाली पर मुख्यमंत्री से बयान की मांग को लेकर भाजपा विधायकों द्वारा विधानसभा से बहिर्गमन करने के कुछ घंटों बाद आया, जहां सत्तारूढ़ तृणमूल नेताओं द्वारा स्थानीय लोगों पर कथित अत्याचार को लेकर विरोध प्रदर्शन हुआ था। बुधवार को लगातार सातवें दिन संदेशखाली में विरोध प्रदर्शन जारी रहा, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं सड़कों पर उतर आईं और शाजहान शेख और उनके अनुयायियों की गिरफ्तारी की मांग की।
ममता बनर्जी संदेशखाली घटना को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रही हैं। भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा ने संदेशखाली में हुई हिंसा के खिलाफ तेलंगाना के अंबेडकर सर्कल में विरोध प्रदर्शन किया और सीएम पद से ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग की। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) की एक टीम ने गुरुवार को संकटग्रस्त संदेशखाली का दौरा किया। टीम का नेतृत्व पैनल के अध्यक्ष अरुण हलदर ने किया। उनके साथ राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की सदस्य अंजू बाला भी थीं। दोनों ने पीड़ितों से मुलाकात की और उनसे बात की। भगवा पार्टी ने शाहजहां शेख के खिलाफ भी सीबीआई जांच की मांग की है, जो 5 जनवरी से फरार है, जब भीड़ ने कथित राशन घोटाले के सिलसिले में उसके आवास पर छापेमारी के दौरान प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों पर हमला किया था।