By अंकित सिंह | Dec 29, 2023
जनवरी के पहले सप्ताह में कांग्रेस इंडिया गठबंधन के सहयोगी दलों के साथ लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे पर चर्चा कर सकती है। इन सब के बीच पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी लगातार कांग्रेस को आंखें दिखाने की कोशिश कर रही है। एक बार फिर से ममता बनर्जी ने साफ तौर पर कहा है कि पश्चिम बंगाल में केवल तृणमूल कांग्रेस ही भाजपा को सबक सिखा सकती है। इसका मतलब साफ है कि ममता बनर्जी ने कांग्रेस के साथ-साथ इंडिया गठबंधन में शामिल लेफ्ट के नेताओं को भी संदेश दे दिया है कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी है और इंडिया गठबंधन में भी राज्य में इसकी भूमिका बड़ी रहनी चाहिए।
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस आमने-सामने होते हैं। इसके अलावा वामपंथी दल और कांग्रेस के बीच गठबंधन भी पश्चिम बंगाल में रहता है जिसका मुकाबला ममता बनर्जी की पार्टी से होता है। ममता ने अपने बयान में कहा इंडिया गठबंधन पूरे देश में होगा। बंगाल में टीएमसी लड़ेगी और बीजेपी को हराएगी। उन्होंने कहा कि याद रखें, बंगाल में केवल टीएमसी ही बीजेपी को सबक सिखा सकती है, कोई अन्य पार्टी नहीं। इससे पहले उन्होंने कहा था कि भाजपा नागरिकता के मुद्दे का इस्तेमाल अपने राजनीतिक एजेंडे के लिए कर रही है। भाजपा इस मुद्दे पर लोगों को गुमराह कर रही है। पहले, जिलाधिकारी नागरिकता से जुड़े मामलों का फैसला करते थे, लेकिन अब राजनीति के लिए उनसे ये शक्तियां छीन ली गई हैं।
ममता ने आरोप लगाया कि नागरिकता का मुद्दा उठाने के पीछे भाजपा का एजेंडा धार्मिक आधार पर लोगों को बांटना है। टीएमसी सुप्रीमो ने कहा, ‘‘वे लोगों को बांटना चाहते हैं। वे किसी को नागरिकता देना चाहते हैं और किसी को नागरिकता नहीं देना चाहते। अगर एक समुदाय को नागरिकता मिल रही है तो दूसरे समुदाय को भी मिलनी चाहिए। ये भेदभाव गलत है। हम इस भेदभाव के खिलाफ हैं। ’’ ममता बनर्जी ने 1971 और उसके बाद बांग्लादेश से आए लोगों को भूमि का स्वामित्व अधिकार देने की टीएमसी सरकार की पहल का भी उल्लेख किया।