By अभिनय आकाश | Mar 12, 2024
भारत से पंगा लेने वाला मालदीव और पाकिस्तान की राह पर चल पड़ा है। चीन से नजदीकी बढ़ाने के बाद मालदीव ने तुर्कीए से हाथ मिलाया है। मुइज़्जु सरकार ने तुर्कीए से ड्रोन खरीदे थे जो अब मालदीव पहुंच गए हैं। यूक्रेन से लेकर अरमेनिया तक ये ड्रोन तबाही मचा चुके हैं। ऐसे मैं सवाल उठने लगे हैं कि क्या मालदीव की ये ड्रोन साजिश भारत को ध्यान में रखकर की जा रही है।
हिंदुस्तान से पंगा लेने वाला मालदीव अपनी सैन्य ताकत बढ़ाने में जुट गया है। इसके लिए उसने तुर्कीए से हाथ मिलाया है। मालदीव ने पहली बार तुर्कीए से मिलिट्री ड्रोन खरीदे हैं। इन ड्रोन का इस्तेमाल समुद्री सीमा की सुरक्षा के लिए किया जाएगा। मालदीव मीडिया के मुताबिक तुर्कीए ने 3 मार्च को मालदीव को ड्रोन डिलीवर किए जो फिलहाल नुनु मफारु इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर मौजूद हैं। बताया जा रहा है कि तुर्कीए ने मालदीव को अपने टीबी-2 ड्रोन सप्लाई किये हैं। हालांकि ड्रोन खरीद को लेकर मुइज़्जू सरकार ने अबतक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
लेकिन खबरों की माने तो तुर्कीए से एयरक्राफ्ट मालदीव की एयरपोर्ट पहुंचा है। जिसके बाद से ही ये अनुमान लगाया जाने लगा कि तुर्की ने मालदीव को अपने टीबी-2 ड्रोन सप्लाई किये हैं। मालदीव मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक तुर्कीए की एक कंपनी के साथ 307 करोड़ रुपए का करार हुआ है। टीबी-2 ड्रोन दुनिया के सबसे चर्चित ड्रोन्स में शामिल है। ये ड्रोन एयर डिफेंस सिस्टम को चकमा देने में माहिर माने जाते हैं।