दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख अजय माकन ने नगर निगम चुनावों में पार्टी के खराब प्रदर्शन की नैतिक जिम्मेदारी स्वीकार करते हुये आज अपने पद से इस्तीफे की पेशकश की। माकन ने बताया कि वह एक साल तक पार्टी में कोई भी पद नहीं लेंगे और एक साधारण कार्यकर्ता की तरह अपने कर्तव्य का निर्वहन करेंगे।
अजय माकन ने कहा, ‘‘कांग्रेस पुनर्जीवित हो रही है लेकिन मुझे उम्मीद थी कि इससे कुछ बेहतर होगा। मुझे इससे कुछ बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में मैं नैतिक जिम्मेदारी लेता हूं और अपने पद से इस्तीफे की पेशकश करता हूं। मैंने अपने पद से इस्तीफा देने का निर्णय लिया है।’’ उन्होंने दावा किया कि दिल्ली में कांग्रेस के वोट प्रतिशत में बढ़ोतरी हुयी है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम सकारात्मक मुद्दों के साथ चुनाव लड़े। हम संतुष्ट हैं कि चुनाव में हमने उचित मुद्दों को उठाया। संगठनात्मक नियुक्तियों में दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में ढाई वर्ष के कार्यकाल के दौरान हमें खुली छूट मिली थी।’’ उनकी टिप्पणियां ऐसे समय में सामने आयी हैं जब पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने आज कहा कि माकन लोगों तक पहुंचने में विफल रहे और साथ ही आरोप लगाया कि दिल्ली कांग्रेस प्रमुख का स्थानीय नेतृत्व के साथ ‘सहभागिता में कमी’ रही।
माकन ने कहा कि हालांकि पार्टी ने अपना प्रदर्शन पहले के मुकाबले सुधारा है क्योंकि लोकसभा और विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली थी। उन्होंने कहा कि लेकिन हमने असली विपक्ष की भूमिका अदा की और अपनी बात जनता के समक्ष रखी। माकन ने कहा कि चुनावों के समय कांग्रेस नेताओं के पार्टी छोड़ने से सही संदेश नहीं गया और इसका हमें नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और उनके बेटे संदीप दीक्षित दो साल से मेरे खिलाफ लगातार बोल रहे हैं लेकिन मैंने एक बार भी पलट कर जवाब नहीं दिया।
माकन ने कहा कि मैं दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी को जीत के लिए बधाई देता हूँ। हालांकि उन्होंने ईवीएम मुद्दे पर पूछे गये प्रश्न के जवाब में कहा कि चुनाव आयोग को इस मामले पर पूरी तरह तसवीर स्पष्ट करनी चाहिए।
इस बीच, कांग्रेस में दिल्ली मामलों के प्रभारी पीसी चाको ने दिल्ली नगर निगम चुनावों में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं उपाध्यक्ष राहुल गांधी को अपना इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि पार्टी को दिल्ली में हार के कारणों का मंथन करना चाहिए तथा आत्ममंथन कर अपनी भावी रणनीति को तैयार करना चाहिए। दिल्ली में तीन नगर निगम चुनावों में जहां भाजपा को शानदार जीत मिली वहीं कांग्रेस तीसरे स्थान पर आयी है।