काफी समय से भारतीय घरों में टोफू का चलन बढ़ गया है। टोफू को सोया पनीर भी कहा जाता है। टोफू एकदम शुद्ध शाकाहारी और वीगन फूड है। जिन लोगों को दूध, दही और पनीर जैसी चीजों से एलर्जी महसूस होती है वो लोग भी टोफू का सेवन कर सकते हैं। सोया मिल्क से बना होने का कारण टोफू में कैल्शियम, प्रोटीन, फाइबर, जिंक और आयरन जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। बाजार में मिलने वाले टोफू में मिलावट का डर रहता है। ऐसे में आप घर पर ही इन तीन चीजों से टोफू बना सकते हैं।
टोफू बनाने के लिए सामग्री
-1 कप सोयाबीन
- पानी
- सिरका या नींबू का रस (दही बनाने के लिए)
टोफू बनाने का तरीका
- सबसे पहले आप 1 कप सोयाबीन को धोकर रात भर भरपूर पानी में भिगोएं।
- फिर अगले दिन सोयाबीन को छानकर धो लें। इसे ताजे पानी के साथ ब्लेंडर में डालें और जब तक ब्लेंड करें यह स्मूथ पेस्ट में तैयार न हो जाए।
- इसके बाद मलमल के कपड़े का उपयोग करके, सोयाबीन के मिश्रण को छान लें ताकि सोया दूध गूदे से अलग हो जाए। फिर आप गूदे को एक तरफ रख दें। अगर आप चाहे तो ज्यादा मात्रा में सोया दूध निकालने के लिए प्रक्रिया को ताजे पानी के साथ दोहरा सकते हैं।
- इसके बाद आप सोया दूध को एक बर्तन में डालें और धीमी आंच पर 15 मिनट तक पकाएं, बीच-बीच में हिलाते रहें। कच्चे बीन की गंध को दूर करने के लिए यह कदम बहुत जरुरी है।
- जब 15 मिनट हो जाए, तो आप गर्म सोया दूध में धीरे-धीरे सिरका या नींबू का रस डालें। इस मिश्रण को लगातर चलाते रहें, जब तक दही जमना शुरु न हो जाए।
- दही जमने के बाद, मिश्रण को मलमल के कपड़े से छान लें ताकि टोफू इक्ट्ठा हो जाए। फिर आप इसे किसी भारी वस्तु से दबाएं या इसे आकार देने के लिए टोफू मोल्ड का उपयोग करें। टोफू तैयार है, इसे सेट होने में 1 से 2 घंटे का समय लग सकता है।
टोफू खाने के फायदे
दरअसल, टोफू में सबसे ज्यादा कैल्शियम पाया जाता है। इसके सेवन से हड्डियां और दांत मजबूत होते हैं। टोफू खाने से कैल्शियम की कमी दूर होगी। वहीं, 100 ग्राम टोफू में लगभग 8 से 10 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है। प्रोटीन शारीरिक संरचना, स्किन को हेल्दी और बालों को घना बनाने में मदद करता है।