By अनुराग गुप्ता | Apr 09, 2020
अदालत ने क्या कुछ कहा ?
अदालत ने कहा कि कोविड-19 से संबंधित जांच एनएबीएल से मान्यता प्राप्त या फिर विश्व स्वास्थ संगठन (WHO) या भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) से मंजूरी प्राप्त किसी एजेंसी द्वारा ही कराई जानी चाहिए। अदालत ने कहा कि निजी अस्पतालों और प्रयोगशालाओं को राष्ट्र के समक्ष उत्पन्न इस संकट से निबटने के लिए कोरोना वायरस महामारी के प्रसार पर अंकुश पाने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है।
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अदालत ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा के समय निजी प्रयोगशालाओं को कोविड-19 की जांच के लिए 4,500 रूपए लेने की अनुमति देना देश की बड़ी आबादी के वश की बात नहीं है और किसी भी व्यक्ति को जांच की कीमत अदा करने में सक्षम नहीं होने के कारण कोविड-19 की जांच कराने से वंचित नहीं किया जाना चाहिए।
अब तक कितने लोगों की हुई जांच ?
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बुधवार को की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में आईसीएमआर के वैज्ञानिक रमन आर गंगाखेडकर ने बताया था कि देश में अब तक कोरोना संक्रमण की जांच के लिए 1,21,271 परीक्षण हो चुके हैं। जिनमें पिछले 24 घंटों के दौरान किए गए 13,345 परीक्षण भी शामिल हैं। उन्होंने बताया था कि देश में आईसीएमआर की प्रयोगशालाएं बढ़कर 139 हो गई हैं। जबकि निजी क्षेत्र की 65 प्रयोगशालाओं को भी कोविड-19 के परीक्षण करने की मंजूरी दे दी गई है।
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कितनी निजी लैब कर रही मुफ्त में जांच ?
एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों की पहचान के लिए अलग-अलग राज्यों की 49 लैबों को चुना गया है। जिसमें महाराष्ट्र की 10, दिल्ली की 8, तेलंगाना की 8, गुजरात की 4, हरियाणा की 5, कर्नाटक, केरल और पश्चिम बंगाल की 2-2, लखनऊ की एक और इत्यादि लैब शामिल हैं। हालांकि आईसीएमआर के वैज्ञानिक रमन आर गंगाखेडकर ने बुधवार को बताया था कि निजी क्षेत्र की 65 प्रयोगशालाओं को भी कोविड-19 के परीक्षण करने की मंजूरी दे दी गई है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद अब यहां पर जांच पूरी तरह से मुफ्त में हो पाएगी।
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आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी भी करा सकेंगे जांच
राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों के लिए कोरोना वायरस से संक्रमण की जांच निजी प्रयोगशालाओं में और इलाज पैनल के अस्पतालों में मुफ्त होगी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) ने अपनी विज्ञप्ति में कहा, ‘‘ कोरोना वायरस संक्रमण की जांच पहले ही सरकारी प्रयोशालाओं में मुफ्त है। अब 50 करोड़ से अधिक नागरिक जो राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत आते हैं निजी प्रयोगशालाओं में कोरोना वायरस संक्रमण की मुफ्त जांच और पैनल के अस्पतालों में मुफ्त इलाज करा सकेंगे।’’
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