By Satya Prakash | Sep 07, 2021
अयोध्या। आल इंडिया मजलिसे इत्तिहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने यूपी में 2022 विधान सभा लड़ने की घोषणा कर दिया है। अयोध्या आयोजित चुनावी सभा को सम्बोधित करते हुए मुस्लिम समुदाय के लोगो से अपील किया है कि इस बार AIMIM को ही चुने। साथ ही सपा, बसपा, कांग्रेस व भाजपा पर भी आरोपों की बावछा की। और सीएम योगी पर टिप्पणी की है।
ओवैसी ने भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा को अफगानिस्तान की लड़कियों की चिन्ता तो है लेकिन हिन्दुस्तान की महिलाओं की चिंता नही है।आम तौर पर भड़काऊ भाषण के लिये मशहूर ओवैसी ने जनता के बीच ज्वलन्त मुद्दे भी उठाये कई सालों से रूदौली में बन रहे ओवरब्रिज के अब तक अपूर्ण होने के लिये भाजपा सरकार के साथ सपा को भी दोषी ठहराया।इसके अलावा उन्होंने रूदौली की कई समस्याओं को भी सिलसिलेवार गिनाया।ओवैसी सपा पर भी हमला करने से नही चूके उन्होंने कहा कि प्रदेश में 19 प्रतिशत मुसलमान होने के बाद भी जब सपा की हुकूमत बनती है तो मुख्यमंत्री दस प्रतिशत वाले ही बनाये जाते हैं।मुसलमानों को चपरासी की भी नौकरी नही मिलती है। उनके भाषण से तो भाजपा को जहाँ ऑक्सीजन मिल रहा था वहीं प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के सीने पर जैसे सांप लोट रहा था।सपा को इस बात का भी एहसास है कि यदि यह भीड़ कहीं वोटों में तब्दील हो गयी तो सपा का खेल भी बिगड़ सकता है।आज की ओवैसी की सभा से जहाँ भाजपा की बांछे खिली हुई है वही सपा के अंदर काफी बेचैनी नजर आ रही है। ओवैसी की सभा मे पहुंचे कई युवाओं से जब बात की तो उनका कहना था कि अन्य राजनैतिक दलों ने हमेशा भाजपा से डराकर हम लोगों से वोट हासिल करते थे लेकिन अबकी बार ऐसा नही होगा।हम लोग अब किसी का वोट बैंक नही बनेंगे बल्कि अब हमें अपना अधिकार चाहिये और यह अधिकार तभी मिलेगा जब आल इंडिया मजलिसे इत्तिहादुल मुस्लिमीन मजबूत होगी।
यूपी के विधान सभा चुनाव में करीब 6 माह का समय है राजनैतिक ऊंट किस करवट बैठेगा यह तो चुनाव बाद पता चलेगा लेकिन यह तो सच है कि इस बार एआईएमआई एम का जनाधार बढ़ेगा। ओवैसी ने कहा कि यूपी में अगर सबसे कम पढ़ा लिखा कोई है तो वह यहां का मुसलमान है। उन्होंने सवाल किया कि क्या यहां का मुसलमान बदहाल है तो उसके लिए जिम्मेदार ओवैसी है? यूपी की जेलों में दलितों के बाद सबसे ज्यादा कोई बंद है तो वह मुसलमान है। हमें अपने गिरेबां में झांककर देखना चाहिए। हमें खुद से पूछना चाहिए कि हमारे साथ ऐसा क्यों हो रहा है।ओवैसी ने कहा कि फिरकापरस्ती को हराना है लेकिन उनको हराने का मतलब यह नहीं कि खुद हार जाएं। अगर मजलिस का प्रत्याशी विधायक बनेगा तो बीजेपी को शिकस्त दे पाएंगे। मजलिस किसी को काटने नहीं आती, लोगों को जोड़ने का काम करती है।अखिलेश पर निशाना साधते हुए बोले ओवैसी अखिलेश ने हमेशा मुस्लिमों को डराने की बात की । सपा को यादवों की पार्टी बताते हुए कहा कि सपा से मुस्लिम उम्मीदवार हारा और बीजेपी का यादव उम्मीदवार जीता । ऐसा क्यो ?
बिहार में हमने पांच विधायक जितवाये हमें कामयाबी मिली । ओवैसी बोले देश की पार्टियां मुस्लिम लीडरशिप डेवलेप नही होने देना चाहती ।अयोध्या में 6 दिसंबर को सारी दुनिया ने देखा क्या हुआ ।आज सेकुलर पार्टियां उसका जिक्र करने से डरते है । डरा डरा कर वोट लेते रहे है।हमको डराया जाएगा बीजेपी से योगी से मोदी से । लेकिन हम बीजेपी को ही हराने आये है।
पोस्टर में फैजाबाद शब्द को लेकर हुए विवाद पर बोले ओवैसी अयोध्या भी भारत में है फैजाबाद भी भारत मे है । फैजाबाद नाम से सरकार को जलन क्यों है यहां तो अशफाक उल्ला खान को फांसी दी गयी ।अशफाक उल्ला खान और रामप्रसाद बिस्मिल की दोस्ती कैसी थी समझिए । मंदिर पर हमला करने आये लोगों पर अशफाक उल्लाह गोली चलाने को तैयार थे ब्राह्मणों की सियासत की कड़ी में ओवैसी ने भी खेला कार्ड अशफाक उल्ला खान और रामप्रसाद बिस्मिल की दोस्ती का जिक्र करते हुए हिन्दू मुस्लिम एकता का उदाहरण दिया । राम प्रसाद बिस्मिल को पंडित राम प्रसाद बिस्मिल कहकर संबोंधित किया हम कश्मीर गए तो अयोध्या भी जाएंगे अखिलेश और
मायावती से बात होगी तो बराबरी की बात होगी हिस्सेदारी की बात होगी।