By नीरज कुमार दुबे | Nov 16, 2022
जम्मू-कश्मीर में बदले माहौल में युवाओं ने राजनीति में आकर जिस तरह हालात को संभाला और अपने अपने इलाकों में विकास कार्यों को भी तेज कराया है वह बेहद काबिलेतारीफ है। जम्मू-कश्मीर में डीडीसी और पंचायत चुनावों के जरिये युवाओं को अपनी कार्यक्षमता और प्रशासनिक कौशल दिखाने का जो अवसर मिला है उसका वह भरपूर लाभ उठा रहे हैं जिससे समाज को फायदा हो रहा है। आइये आज आपको लिये चलते हैं जम्मू-कश्मीर में लाइन ऑफ कंट्रोल से सटे राजौरी जिले के मंजाकोट गांव में। यहां की सरपंच समरीन खान ने अपने क्षेत्र में विकास की ऐसी धारा बहायी है कि उनकी शोहरत दूर-दूर तक फैल गयी है।
समरीन खान ना सिर्फ राजौरी बल्कि पूरे जम्मू-कश्मीर में महिला सशक्तिकरण का प्रतीक बन गयी हैं। अपने क्षेत्र की समस्याओं को हल करना और लोगों को सुविधायें मुहैया कराना, यही समरीन खान की दिनचर्या है। समरीन खान मोदी सरकार का शुक्रिया अदा करते नहीं थकतीं और कहती हैं कि प्रधानमंत्री ने महिलाओं को आगे आने के लिए जिस तरह प्रेरित किया उसी की बदौलत मैं सफल हो पाई हूँ।