By अनुराग गुप्ता | Jul 28, 2022
नयी दिल्ली। संसद के मानसून सत्र के नौवें दिन भी गतिरोध जारी रहा। इसी बीच लोकसभा में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्षा सोनिया गांधी और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के बीच नोंकझोक हो गई। इस पूरी नोंकझोक के बीच अपने साथ सोनिया गांधी को लेकर जाने वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की सांसद सुप्रिया सुले का बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने कहा कि हमें सदन की गरिमा और मर्यादा को बनाए रखना चाहिए।
सोनिया और स्मृति में ठन गई
लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे के बाद जब दोबारा स्थगित की गई तो सोनिया गांधी सत्तापक्ष की सीटों की तरफ गईं और उन्होंने भाजपा सांसद रमा देवी से पूछना चाहा कि इस विवाद में उनका नाम क्यों खींचा जा रहा है। इसी दौरान स्मृति ईरानी भी वहां पहुंचीं और उन्होंने सोनिया गांधी के करीब जाकर अधीर रंजन के बयान का विरोध किया। पहले तो सोनिया गांधी ने स्मृति ईरानी को अनदेखा किया लेकिन फिर उन्होंने स्मृति ईरानी पर नाराजगी भरे लहजे में कुछ कहा...
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, सोनिया गांधी ने स्मृति ईरानी से कहा कि Don't talk to me। जिसके बाद दोनों के बीच ठन गई और फिर एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले और तृणमूल कांग्रेस की सांसद अपरूपा पोद्दार, सोनिया गांधी को वहां से लेकर चली गईं। इस संदर्भ में सुप्रिया सुले ने कहा कि मैं वहां पर देरी से पहुंची, इस वजह से क्या बातचीत मुझे इसकी जानकारी नहीं है।
सुप्रिया सुले ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट के माध्यम से एक बयान जारी किया। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि आज लोकसभा में दुर्भाग्यपूर्ण दृश्य देखने को मिला। सदन स्थगित होने के बाद सोनिया गांधी के खिलाफ अनावश्यक नारेबाजी सुनकर स्तब्ध रह गई। हम सभी को सदन की जिम्मेदारी लेनी चाहिए और इसकी गरिमा और मर्यादा को बनाए रखना चाहिए।