By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 04, 2021
नोएडा। चौरी-चौरा की घटना के सौ साल पूरे होने पर नोएडा में आयोजित एक शताब्दी समरोह में गौतम बुद्ध नगर के सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा ने स्वंतत्रता सेनानियों श्रद्धांजलि अर्पित की। यहां सेक्टर-37 स्थित आर्मी पब्लिक स्कूल में आयोजित चौरी-चौरा शताब्दी समारोह को संबोधित करते हुए शर्मा ने कहा, ‘‘असंख्य वीर जवानों ने आजादी के लिए अपना वर्तमान देकर हमारे भविष्य का मार्ग प्रशस्त किया। चौरी-चौरा कांड हमें बताता है कि देश के वीर जवानों में देश के प्रति कितना जुनून था।’’
इस मौके पर नोएडा से विधायक पंकज सिंह ने कहा कि चौरी-चौरा शताब्दी समारोह उन तमाम शहीदों को नमन करने के लिए मनाया जा रहा है जिन्होंने देश के लिए अपनी कुर्बानी दी। इतिहास बताता है कि चार फरवरी को स्थानीय लोग चौरी-चौरा कस्बे में, महात्मा गांधी द्वारा शुरू किए गए असहयोग आंदोलन के समर्थन में जुलूस निकाल रहे थे तभी स्थानीय पुलिस के साथ उनकी झड़प हुई। पुलिस की गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। इससे प्रदर्शनकारियों का आक्रोश भड़क गया। तब पुलिस वाले थाने में छिप गए, लेकिन लोगों ने बाहर से कुंडी लगाकर थाने में आग लगा दी। इस घटना में 22 पुलिसकर्मी मारे गये।
घटना की प्रतिक्रिया में, अहिंसा के पैरोकार महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन वापस ले लिया। चौरी-चौरा काण्ड में 172 लोगों को फांसी की सजा सुनाई गई थी। बतौर वकील पंडित मदन मोहन मालवीय की पैरवी से इनमें से 151 लोग फांसी की सजा से बच गये। बाकी 19 लोगों को दो से 11 जुलाई 1923 के दौरान फांसी दे दी गई। इस घटना में 14 लोगों को उम्र कैद और 10 लोगों को आठ साल सश्रम कारावास की सजा हुई।