By Anoop Prajapati | Nov 19, 2024
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का संग्राम अपने अंतिम चरण में पहुँच चुका है। चुनाव आयोग की घोषणा की के अनुसार, पूरे राज्य में वोटिंग 20 नवंबर को होगी। जिसकी मतगणना 23 तारीख को मतगणना की जाएगी। इस बार का महाराष्ट्र चुनाव अपने आप में बहुत खास होने वाला है क्योंकि इस बार स्थानीय दलों के बीच आई दरार के बाद पार्टियां पहली बार चुनावी मैदान में उतर रही हैं। राज्य की 288 विधानसभाओं में 22वें नंबर की विधानसभा सीट है बुलढाणा सीट। इस सीट पर शुरुआती दौर में लंबे वक्त तक कांग्रेस का कब्जा रहा है। इस बार के चुनाव में महायुति ने इस सीट से संजय रामराव खाकवाले को अपना उम्मीदवार घोषित किया है।
हालांकि, इसके बाद यह सीट ज्यादातर शिवसेना के खाते में गई है। बुलढाणा विधानसभा सीट पर शिवसेना का कब्जा है और यहां से संजय गायकवाड़ विधायक हैं। 1990 के बाद से ही यह सीट ज्यादातर शिवसेना के पास रही है। बीच में 1999 और 2014 के चुनाव छोड़ दिए जाएं तो यहां पर शिवसेना के उम्मीदवार ही जीत रहे हैं। 1999 और 2014 में यहां से कांग्रेस के उम्मीदवार ने बाजी मारी थी। हालांकि 2019 के चुनाव में फिर से यह सीट शिवसेना एसएचएस के पास चली गई थी।
2019 में क्या रहा परिणाम ?
2019 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव की बात करें तो शिवसेना से टिकट लेकर संजय गायकवाड़ चुनावी मैदान में उतरे थे, वहीं वंचित बहुजन अघाड़ी पार्टी यानी वीबीए से विजय शिंदे और कांग्रेस से हर्षवर्धन सपकाल चुनावी मैदान में उतरे। इस त्रिकोणीय चुनाव में शिवसेना के संजय गायकवाड़ ने एकतरफा जीत दर्ज की। उन्होंने कुल 67,785 वोट हासिल किए थे। जबकि वीबीए के विजय शिंदे को 41,710 और कांग्रेस के हर्ष वर्धन सपकाल को 31,316 वोट से ही संतोष करना पड़ा था। इसका मतलब है कि एक निर्दलीय उम्मीदवार इस सीट पर कांग्रेस से ज्यादा वोट ले गया था। हालांकि इस सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार भी जीते हैं लेकिन पिछले चुनाव में शिवसेना ने कांग्रेस को तीसरे नंबर पर ढकेल दिया था।
राजनीतिक समीकरण
बुलढाणा विधानसभा सीट पर मुस्लिम समाज का बाहुल्य है, इनके वोट शेयर की बात की जाए तो यह करीब 16 प्रतिशत है। इनके बाद जाधव और इंगले समाज के लोग इस सीट पर बाकियों से ज्यादा हैं। इनमें जाधव 4 प्रतिशत और इंगले 2 प्रतिशत के आस-पास हैं।