By अंकित सिंह | Nov 18, 2022
स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर को लेकर दिए बयान की वजह से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की खूब आलोचना हो रही है। दरअसल, राहुल गांधी ने एक संवाददाता सम्मेलन में दावा किया था कि वीर सावरकर ने अंग्रेजों से माफी मांगी थी और उन्होंने नेहरू, पटेल और महात्मा गांधी को धोखा दिया था। भाजपा राहुल गांधी पर स्वतंत्रता सेनानियों के अपमान का आरोप लगा रही है। इन सब के बीच राहुल गांधी के समर्थन में महात्मा गांधी के पोते तुषार गांधी आए हैं। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि यह सच है कि वीर सावरकर अंग्रेजों के दोस्त थे। इसके साथ ही गांधी ने यह भी दावा किया कि उन्होंने अंग्रेजों से जेल से बाहर निकलने के लिए माफी मांगी थी। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि हमने इसे व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी से लिया है, इतिहास में सबूत है।
इसके साथ ही तुषार गांधी ने कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि इस तरह की यात्राएं परंपरा का हिस्सा है जिसने वर्षों में कई क्रांतियों को जन्म दिया है। तुषार गांधी ने कहा कि आज जो प्रदेश हमारे पूर्वजों द्वारा स्थापित किए गए निर्माण के खिलाफ आगे बढ़ रहा है तो लोगों के लिए यह समझना महत्वपूर्ण हो जाता है कि हमने हार नहीं मानी है। दूसरी ओर भाजपा राहुल गाधी के खिलाफ आक्रामक है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वीर सावरकर का अपमान देश सहन नहीं करेगा। कांग्रेस ने केवल एक परिवार यानी नेहरू परिवार पर ध्यान केंद्रित किया।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि टुकड़े-टुकड़े गैंग के साथ भारत जोड़ो यात्रा करने वाले राहुल गांधी कभी हिंदु आतंकवाद की बात करते थे, कभी JNU में भारत के टुकड़े-टुकड़े करने वालों के साथ खड़े नजर आते थे, अब वे वीर सावरकर पर सवाल उठा रहे हैं। ये कांग्रेस की मानसिकता है, ये एक परिवार से आगे बढ़कर न कुछ देख पाई है और न देख पाएगी। असम CM हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि राहुल गांधी ने वीर सावरकर के लिए जिस तरह के शब्दों का इस्तेमाल किया है, उससे उनकी विचारधारा का पता चलता है। वह देश विरोधी हैं, हिन्दू विरोधी हैं। राहुल गांधी ने जो कहा है देश के लोग उसका बदला लेंगे।