By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 14, 2022
भारतीय समूह वेदांता और ताइवान की इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी फॉक्सकॉन का 1.54 लाख करोड़ रुपये का सेमीकंडक्टर संयंत्र गुजरात में स्थापित होने की घोषणा के बाद महाराष्ट्र के विपक्षी दलों ने राज्य की एकनाथ शिंदे सरकार पर निशाना साधा। कांग्रेस ने संयंत्र के स्थान परिवर्तन से कुछ ‘अपशगुन’ होने का आरोप लगाया, वहीं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने कहा कि संयंत्र छीना गया है। वेदांत-फॉक्सकॉन के संयुक्त उद्यम की डिस्प्ले एफएबी विनिर्माण इकाई, सेमीकंडक्टर असेंबलिंग और टेस्टिंग इकाई राज्य के अहमदाबाद जिले में 1000 एकड़ क्षेत्रफल में स्थापित की जायेगी।
इस संयुक्त उद्यम में दोनों कंपनियों की हिस्सेदारी क्रमश: 60 और 40 प्रतिशत होगी। महाराष्ट्र में मुख्य विपक्षी राकांपा ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित पड़ोसी राज्य पर ‘महाराष्ट्र के मुंह से निवाला छीनने’ का आरोप लगाया। राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मंत्री जयंत पाटिल ने कहा कि एक बड़ी परियोजना राज्य के हाथ से फिसल गयी और एक लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश चला गया। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर निशाना साधते हुए शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि जब महा विकास आघाड़ी सरकार सत्ता में थी तो परियोजना की पुरजोर वकालत की थी और लगभग तय हो गया था कि संयंत्र महाराष्ट्र में लगेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘मौजूदा सरकार निवेशकों का विश्वास खो चुकी है। इसलिए बड़ी परियोजनाएं यहां नहीं आ रहीं।’’ ठाकरे ने कहा कि पूर्ववर्ती एमवीए सरकार कंपनी के साथ संपर्क में थी और इस साल जनवरी में उसके अधिकारियों के साथ बैठक भी हुई थी। उन्होंने शिंदे सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘सरकार क्या कर रही थी? उद्योग मंत्री क्या कर रहे थे? मुख्यमंत्री कार्यालय ने 26 जुलाई को ट्वीट किया कि संयंत्र महाराष्ट्र में लगेगा।’’
राकांपा नेता पाटिल ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री को राजनीतिक सभाओं से फुर्सत नहीं मिलती और गुजरात ने एक बार फिर महाराष्ट्र के मुंह से निवाला छीन लिया है। गुजरात चुनाव आ रहे हैं, ऐसे में महाराष्ट्र में भाजपा गुजरात के हितों का बचाव करती दिख रही है।’’ वेदांता के अलावा दुबई की कंपनी नेक्स्टऑर्बिट और इजराइल की प्रौद्योगिकी कंपनी टॉवर सेमीकंडक्टर के एक संघ ने मैसूर में एक संयंत्र के लिए कर्नाटक सरकार के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। वहीं, सिंगापुर की आईजीएसएस वेंचर ने अपनी सेमीकंडक्टर इकाई के लिए स्थान के रूप में तमिलनाडु को चुना है।