By अभिनय आकाश | Aug 24, 2021
महाराष्ट्र की सियासत में आज थप्पड़ की गूंज बड़ी सुनाई दे रही है। कभी शिवसेना के बड़े नेता रहे नारायण राणे के खिलाफ आज शिवसैनिक सड़कों पर उतर आए। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ थप्पड़ मारने की भाषा को शिवसेना ने एक बड़ा मुद्दा बनाया। आज सुबह से ही नारायण राणे के बयान के खिलाफ शिवसैनिक सड़कों पर उतर आए। दोपहर होते-होते तो राणे को गिरफ्तार भी कर लिया गया। राणे के बयान के खिलाफ आज शिवसेना जगह-जगह प्रदर्शन करती दिखी। वहीं बीजेपी इस कदम को संविधान के खिलाफ बता रही है।
महाराष्ट्र सरकार मुझसे डरती है
गिरफ्तारी के बाद इंडिया टुडे से बात करते हुए नारायण राणे ने महाराष्ट्र सरकार की ओर इशारा करते हुए कहा कि वे मुझसे डरते हैं। इसलिए वे ऐसा कर रहे हैं। मैंने कुछ भी गलत नहीं कहा। राणे ने कहा कि मैंने कहा था कि मैं वहां होता, तो उसे (उद्धव ठाकरे) थप्पड़ मारता। राणे ने कहा, उद्धव ठाकरे का बेटा सुशांत सिंह राजपूत और दिशा सालियान मामलों में शामिल था। तब उसकी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। मुझे क्यों गिरफ्तार किया गया। ये पूरी तरह गलत है। इस मामले में और कुछ भी कहने से बचते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'ऐसा करने वालों के खिलाफ हम निश्चित तौर पर कार्रवाई करेंगे। इस मामले के बाद केंद्र बनाम राज्य सरकार होने की बात पर राणे ने कहा कि राज्य, केंद्र सरकार से नहीं लड़ सकता।
बॉम्बे हाई कोर्ट में दायर की जाएगी एफआईआर रद्द करने वाली याचिका
महाराष्ट्र मुख्यमंत्री पर की गई टिप्पणी के चलते केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के खिलाफ दर्ज़ FIR को रद्द करने की मांग वाली याचिका कल बॉम्बे हाई कोर्ट में दायर की जाएगी। उनके वकील का कहना है कि अदालत का आधिकारिक समय समाप्त होने के कारण आज याचिका दायर नहीं की जा सकी।
बीजेपी बोली- ना तो हम डरेंगे, ना दबेंगे
केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की गिरफ़्तारी पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट कर नाराज़गी जताई। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि महाराष्ट्र सरकार द्वारा केंद्रीय मंत्री नारायण राणे जी की गिरफ़्तारी संवैधानिक मूल्यों का हनन है। इस तरह की कार्यवाही से ना तो हम डरेंगे, ना दबेंगे। भाजपा को जन-आशीर्वाद यात्रा में मिल रहे अपार समर्थन से ये लोग परेशान है। हम लोकतांत्रिक ढंग से लड़ते रहेंगे, यात्रा जारी रहेंगी। केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की गिरफ़्तारी पर महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि केंद्रीय कैबिनेट मंत्री को गिरफ़्तार करना यह महाराष्ट्र के इतिहास में पहली बार हो रहा है। यह सत्ता का दुरुपयोग है। हम इसे सहन नहीं करेंगे। हर सांसद का कुछ अधिकार होता है उस अधिकारों का हनन हुआ है। लोकसभा के अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति को इस मामले में हमारे सभी सांसद याचिका सौपेंगे।