By रितिका कमठान | Jul 03, 2023
महाराष्ट्र में अजित पवार की बगावत के बाद एनसीपी पर संकट के बादल छाए हुए है। अजित पवार कई विधायकों के साथ शरद पवार के खिलाफ खड़े हो गए है। इस बगावत के साथ ही शिंदे सरकार के साथ अजित ने अपना समर्थन दिया है। अजित पवार ने एनसीपी के सिंबल और पार्टी पर भी दावा ठोका है। महाराष्ट्र में हुए राजनीतिक उलटफेर के बाद महाराष्ट्र विधानसभा में नेता विपक्ष का पद खाली हो गया है। इस पद को लेकर अभी राज्य में संशय बरकरार बना हुआ है।
दरअसल रविवार तक एनसीपी नेता अजित पवार नेता विपक्ष थे, मगर रविवार दोपहर जब उन्होंने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली तो नेता विपक्ष का पद खाली हो गया। वहीं एनसीपी भी राज्य की सबसे बड़ी पार्टी नहीं बची है। इस मामले पर महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर राहुल नार्वेकर का कहना है कि विधानसभा के प्रमुख की तरफ से ही विपक्ष के नेता को मान्यता दी जाती है। किसी भी निर्णय को लेने से पहले सभी नियमों और विनियमों को देखा जाएगा। इसके बाद ही कोई फैसला होगा। उन्होंने कहा कि अजित पवार के समर्थन में उतरे विधायकों की संख्या के संबंध में जानकारी नहीं है।
कांग्रेस ने शुरू की विपक्ष पर कब्जा करने की तैयारी
महाराष्ट्र कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट का कहना है कि विपक्ष का नेता उस पार्टी से होगा जिसके पास सबसे ज्यादा विधायक होंगे। कांग्रेस के पास सबसे ज्यादा संख्या बल है। राज्य के मौजूदा राजनीतिक हालात पर हम कल बैठक करेंगे। इसके बाद तय किया जाएगा कि कांग्रेस आगे क्या रणनीति अपनाती है। कांग्रेस के पास राज्य में 45 विधायक है, जो सर्वाधिक है। फूट से पहले एनसीपी के पास 53 विधायकों की संख्या थी और एनसीपी दूसरी सबसे बड़ी पार्टी थी।