By अंकित सिंह | Jul 03, 2023
महाराष्ट्र में राजनीतिक उथल-पुथल के पीछे शरद पवार ने बड़ा एक्शन लिया है। शरद पवार ने पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ एक्शन लेते हुए उनके नाम रजिस्टर से हटवा दिए हैं। शरद पवार का यह एक्शन ऐसे समय में आया है जब उनकी पार्टी में उथल-पुथल मची है। शरद पवार एनसीपी के प्रमुख हैं। उन्होंने इस पार्टी का गठन किया था। हालांकि, वर्तमान में देखे तो उनके भतीजे अजित पवार उनसे बगावत कर ली है। अजित पवार ने शरद पवार के खिलाफ जाकर शिंदे-भाजपा सरकार में उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। उनके साथ कई और नेता शामिल हैं।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार ने "पार्टी विरोधी गतिविधियों" के लिए सुनील तटकरे और प्रफुल्ल पटेल का नाम एनसीपी पार्टी के सदस्यों के रजिस्टर से हटाने का आदेश दिया। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि मैं, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में, पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए सुनील तटकरे और प्रफुल्ल पटेल के नाम एनसीपी पार्टी के सदस्यों के रजिस्टर से हटाने का आदेश देता हूं।
शरद पवार ने सोमवार को इन अटकलों को खारिज कर दिया कि उनके भतीजे अजित पवार के विद्रोह को उनका आशीर्वाद प्राप्त है। शरद पवार ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने कुछ नेताओं की हरकतों की परवाह किये बिना राकांपा को मजबूत करने और पार्टी कार्यकर्ताओं के विश्वास को बढ़ाने के लिए राज्यव्यापी यात्रा शुरू की है। यह पूछे जाने पर कि रविवार को अजित पवार द्वारा किए गए विद्रोह को क्या उनका आशीर्वाद प्राप्त था, तो राकांपा प्रमुख ने कहा, “यह कहना तुच्छ बात है। केवल तुच्छ और अल्पबुद्धि वाले ही ऐसा कह सकते हैं।” शरद पवार ने कहा, “मैं राज्य के दौरे पर निकला हूं और कार्यकर्ताओं को प्रेरित करूंगा। कुछ नेताओं ने जो किया है, उससे उन्हें निराश नहीं होना चाहिए।