By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 11, 2019
मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज कहा, उन्हें पूरा विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'कश्मीर का जो प्रश्न है, खत्म करेंगे।' जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की धमकी पर कि अगर अनुच्छेद 35 ए और 370 को संविधान से हटा दिया जाएगा तो भारत के साथ कश्मीर का संबंध खत्म हो जाएगा, फडणवीस ने जोर देकर कहा, 'कश्मीर हमारा है.. हमारा रहेगा। ये जो धमकियां महबूबा दे रही हैं, पचास साल से ज्यादा समय से हम ये धमकियां सुन रहे हैं। हमारी सरकारों ने इन धमकियों से डरकर वहां कड़े कदम नहीं उठाए। अब अलगाववादियों के खिलाफ कड़े कदम उठाने की जरूरत है। मेरा विश्वास है प्रधानमंत्री मोदी जी कड़े कदम उठाएंगे और जिस तरह से 542 रियासतों को सरदार वल्लभ भाई पटेल ने खत्म किया था उसी तरह मोदी जी कश्मीर का जो प्रश्न है, उसे खत्म करेंगे।' यह पूछे जाने पर कि उनकी पार्टी बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर में महबूबा मुफ्ती के साथ मिलकर गठबंधन की सरकार तीन साल तक क्यों चलाई, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा, 'हमारे अध्यक्ष अमित शाह इस पर पहले ही बयान दे चुके हैं। उस समय की जरूरत के अनुसार अलगाववादियों से महबूबा की पार्टी को दूर रखना आवश्यक था, इसलिेए उनको पॉलिटिकल प्रॉसेस में हमने इंगेज किया। लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि अगर वो अलगाववादियों के साथ जाएंगे तो हम उनका साथ देते। इसलिए हमने सरकार को ठोकर मारी। राजनीति अपनी जगह है, सरकार आएंगी-जाएंगी पर कश्मीर हमारा है, हमारा रहेगा।'
'अगर कश्मीरी बिना किसी रुकावट के मुंबई में जमीन खरीद सकते हैं तो कोई भारतीय कश्मीर में क्यों जमीन नहीं खरीद सकता? हां, कुछ मामलों में कश्मीरियों को ज्यादा तवज्जो और अधिकार देना चाहिए, ये बिल्कुल मान्य है, परन्तु अगर कोई कहेगा कि हम कश्मीर की डेमोग्रेफी को चेंज करेंगे और ऐसा करके कश्मीर को भारत से अलग करेंगे, तो इनकी कितनी पीढ़ियां निकल जाए, हम कश्मीर को अलग नहीं होने देंगे।' अनुच्छेद 35 ए और 370 को संविधान से हटाने के बीजेपी के वादे पर फडणवीस ने कहा: 'हम एक ऐतिहासिक गलती को सुधारने जा रहे हैं। इस ऐतिहासिक गलती को सुधारने की मांग पहले किसी ने नहीं की थी। जब देश में सरदार पटेल के नेतृत्व में 542 रियासतें भारत में बिना किसी शर्त के शामिल हुईं तो कश्मीर के लिए अलग दर्जा क्यों दिया गया।' 'भगवा आतंकवाद' के मुद्दे पर फडणवीस ने कहा: 'मैं तो ये मानता हूं कि हिंदू कभी आतंकवादी हो ही नहीं सकता, और जो आतंकवादी है वो कभी हिंदू नहीं हो सकता क्योंकि हिंदुत्व की परिभाषा सहिष्णुता है। दुनिया ने जिनको त्यागा उनको भारत ने पनाह दी। हिंदुत्व सहिष्णुता का दूसरा नाम है।'
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उन्होंने कहा: 'वह एक ऐसा दौर था जब एक विशिष्ट समुदाय कांग्रेस से नाराज था, उसको भटकाने-बरगलाने के लिए कांग्रेस ने उस समय एक नया नैरेटिव छोड़ा- हिंदू आतंकवाद। कोर्ट ने जो फैसला दिया उससे स्पष्ट हो गया कि यह कांग्रेस का झूठ था, ये इनके द्वारा पकाया हुआ सारा मामला था। जिन्होंने हिंदू आतंकवाद का आरोप लगाया, भारत कभी उन्हें माफ नहीं करेगा।' कांग्रेस के घोषणापत्र में देशद्रोह कानून को हटाने के वादे पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने हमला करते हुए कहा, '100 साल से ज्यादा पुरानी पार्टी देशद्रोह कानून को हटाने की बात कर रही है, क्या हो गया उनको? मैं मांग करता हूं कि कांग्रेस अपने घोषणापत्र में संशोधन करे और देशद्रोह कानून को बरकरार रखने का आश्वासन दे।' फडणवीस ने दावा किया कि बीजेपी-शिवसेना गठबंधन महाराष्ट्र की सभी 48 लोकसभा सीटों पर 'स्वीप'करेगी और इस साल अक्टूबर में होनेवाले विधानसभा चुनावों में भी 'स्वीप' करेगी। उन्होंने बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को 'नेचुरल अलायंस' बताया जबकि कांग्रेस-एनसीपी गठजोड़ की आलोचना करते हुए उसे 'अपॉर्च्यूनिस्टिक अलायंस' बताया। मुख्यमंत्री फडणवीस ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना चीफ राज ठाकरे को 'फ्रस्ट्रेटेड पॉलिटिशियन' बताया और कहा कि कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन उन्हें 'मैन्यूपुलेट' कर रही है।