By अनन्या मिश्रा | Jul 18, 2024
अपनी गायकी से लोगों के दिलों पर राज करने वाले सुरों के जादूगर सुखविंदर सिंह आज यानी की 18 जुलाई को अपना 53वां जन्मदिन मना रहे हैं। संगीत जगत में सुखि के नाम से फेमस सिंगर का बचपन से ही गायकी की तरफ से रुझान था। बता दें कि महज 8 साल की उम्र से वह स्टेज परफॉर्म करने लगे थे। बहुत छोटी उम्र में वह संगीतकार जोड़ी लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल की मंडली में शामिल हो गए थे। उनको तमिल फिल्म से पहला ब्रेक मिला था। आइए जानते हैं उनके बर्थडे के मौके पर सिंगर सुखविंदर सिंह के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...
कंपोजर भी हैं सुखविंदर
पंजाब के अमृतसर जिले में 18 जुलाई 1971 को सुखविंदर सिंह का जन्म हुआ था। उनको बचपन से ही संगीत के प्रति गहरा लगाव था। बता दें कि महज 13 साल की उम्र में उन्होंने सिंगर मलकीत सिंह के लिए तूतक तूतक तूतीया कंपोज किया था। सुखविंदर एक बेहतरीन सिंगर होने के साथ एक अच्छे संगीतकार भी हैं। वह कई फिल्मों में अपना संगीत दे चुके हैं।
ऐसे मिला पहला ब्रेक
इंडस्ट्री के सबसे सफल प्लेबैक सिंगरों में शामिल सुखविंदर सिंह को फिल्म 'कर्मा' से पहला ब्रेक मिला था। जिसके बाद सिंगर को कभी पीछे मुड़कर देखने की जरूरत नहीं पड़ी। फिल्मों के अलावा सुखविंदर सिंह स्टेज शो भी करते हैं। पहली बार उन्होंने लता मंगेशकर के साथ स्टेज पर गाया था।
ए आर रहमान को बोलना पड़ा 'सॉरी'
अपने सिंगिंग करियर में सुखविंदर सिंह ने कई बड़े म्यूजिक डायरेक्टर के साथ काम कर चुके हैं। सुखविंदर की जोड़ी देश के जाने-माने संगीतकार एआर रहमान संग जमी। रहमान और सुखविंदर ने एक साथ कई सुपरहिट गाने दिए। फिल्म 'दिल से' का गाना 'छैया छैया' आज भी लोगों को खूब भाते हैं। इसके अलावा वह ऐसा भी गाना गा चुके हैं, जिसके बाद एआर रहमान की जिंदगी बदल गई।
'स्लमडॉग मिलिनियर' के गाने 'जय हो' ने न सिर्फ देश बल्कि विदेश में भी भारत का परचम लहराया था। इस गाने को सबसे प्रतिष्ठित ऑस्कर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। इस अवॉर्ड से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा भी है। दरअसल, एआर रहमान ऑस्कर अवॉर्ड लेते समय इस गाने के मेन सिंगर को क्रेडिट देना भूल गए। हालांकि इस घटना के बाद एआर रहमान ने इसको लेकर अफसोस भी जताया और उन्होंने कहा कि उस समय वह सुखविंदर का नाम लेना भूल गए, क्योंकि उस दौरान उनके मन में काफी कुछ चल रहा था।