By दिनेश शुक्ल | Dec 13, 2020
भोपाल। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ में पदस्थ न्यायाधीश न्यायमूर्ति वंदना कसेरकर का रविवार सुबह 60 साल की उम्र में निधन हो गया। गत दिनों कोरोना संक्रमित होने के बाद उन्हें दिल्ली के मेदांता अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां उपचार के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनके निधन पर दुःख व्यक्त किया है।
उनके निधन पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दुःख व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। मुख्यमंत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा कि - ‘इंदौर उच्च न्यायालय में पदस्थ माननीय न्यायमूर्ति वंदना कसरेकर के निधन का दु:खद समाचार मिला है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि वे दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और उनके परिजनों को इस वज्रपात को सहने की क्षमता दें। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं।’
न्यायमूर्ति वंदना कसेरकर का जन्म 10 जुलाई 1960 को हुआ था। वे 25 अक्तूबर 2014 को मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ की न्यायाधीश नियुक्त हुई थी। मध्य प्रदेश में कोरोना हॉट स्पॉट बने इंदौर में सबसे अधिक कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए थे यहां कोरोना से मरने वाले मरीजों का आंकड़ा भी सबसे अधिक है। वही इंदौर हाईकोर्ट में दीपावली के बाद करीब 60 न्यायिक कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाए जा चुके हैं, जिनमें न्यायाधीश वंदना कसेरकर भी शामिल थी।