New Year 2024 में शुभ योगों की भरमार, छह बार बनेगा गुरु और रवि पुष्य योग का संयोग

By डा. अनीष व्यास | Dec 30, 2023

अगला साल बाजार और व्यापार जगत के लिए खास होगा। साल 2024 खरीदारी के लिए विशेष शुभ रहेगा। अगले साल खरीदारी के कई शुभ योग विद्यमान रहेंगे। खरीदारी के लिए विशेष शुभ माने जाने वाले गुरु और रवि पुष्य योग का संयोग साल में छह बार बनेगा। पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर- जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि इसमें चार बार गुरु पुष्य योग रहेगा और दो बार रवि पुष्य योग का संयोग रहेगा। इसी प्रकार 25 बार अमृत सिद्धि योग और लगभग 90 दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बनेगा। ज्योतिष शास्त्र में 27 नक्षत्रों में से एक नक्षत्र पुष्य आता है। जिसके कारण गुरु पुष्य योग बनता है, इस योग में गुरु बृहस्पति और पुष्य नक्षत्र के मिलन के कारण यह योग बेहद शुभ माना जाता है। इस योग के दौरान किए गए कार्यों में सफलता मिलती है। इसी के साथ मां लक्ष्मी का आशीर्वाद भी मिलता है। मान्यता है कि इस नक्षत्र में व्यापार का शुभारंभ करना, खरीदारी करना और धन का निवेश आदि कार्य करना बेहद शुभ और लाभकारी होता है। ज्योतिष शास्त्र में पुष्य नक्षत्र को देवताओं द्वारा पूजने वाला नक्षत्र बताया गया है।


नए साल 2024 में मुहूर्त

ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि ग्रह नक्षत्रों के हिसाब से साल 2024 सुख समृद्धिदायक होगा साथ ही पूरे साल में खरीदारी के लिए भी कई शुभ योग रहेंगे। गुरु पुष्य, रवि पुष्य, सर्वार्थ और अमृत सिद्धि के साथ रवि योग, द्विपुष्कर सहित अन्य योग भी रहेंगे। पूरे साल खरीदारी के लिए कई शुभ मुहूर्त आएंगे, जिसमें बाजारों में जमकर खरीदारी होगी।

इसे भी पढ़ें: Capricorn Horoscope 2024: मकर राशि वाले जातकों के लिए कैसा रहेगा साल 2024? यहाँ पढ़ें वार्षिक राशिफल

विशेष योग

ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि पुष्य को नक्षत्रों का राजा माना है, इसलिए इसमें की खरीदारी विशेष फलकारी मानी है। इस नक्षत्र में खरीदारी का विशेष महत्व है। इसी प्रकार सर्वार्थ सिद्धि योग में जो खरीदारी की जाती है, वह सभी प्रकार की सिद्धि देती है, अमृत सिद्धि योग में शुभ कार्य और खरीदारी अमृत तुल्य फल प्रदान करते हैं, इसलिए इन योगों में खरीदारी करना लाभकारी होता है। रवि योग सूर्य प्रधान योग है, खरीदारी के लिए यह भी विशेष माना गया हैं।


पुष्य नक्षत्र विशेष फलदायी

भविष्यवक्ता एवं कुंडली विश्लेषक डॉ अनीष व्यास ने बताया कि सभी प्रकार के नक्षत्रों में पुष्य को विशेष शुभ माना गया है। वैसे तो पुष्य नक्षत्र हर माह आता है, लेकिन जब भी यह रविवार और गुरुवार के दिन आता है तो रवि पुष्य और गुरु पुष्य नक्षत्र का संयोग बनता है, जो खरीदारी के लिए अत्यंत लाभकारी माना गया हैं। इसमें की गई खरीदारी स्थायित्व प्रदान करती है और सोना, चांदी, भूमि, भवन, वाहन, आभूषण सहित सभी प्रकार की खरीदारी करना अत्यंत शुभ माना गया हैं। 2024 में यह संयोग छह बार बनेगा, जो बाजार के लिए विशेष लाभकारी होगी।


शुभ संयोग 

25 जनवरी - गुरु पुष्य

22 फरवरी - गुरु पुष्य

09 जून - रवि पुष्य

04 अगस्त - रवि पुष्य

24 अक्टूबर - गुरु पुष्य

21 नवम्बर - गुरु पुष्य


गुरु पुष्य योग में महालाभ

कुंडली विश्लेषक डॉ अनीष व्यास ने बताया कि यह नक्षत्र स्थायी है जो लोग इस नक्षत्र के दौरान कोई भी चीज खरीदते हैं। उस वस्तु का अस्तित्व लंबे समय तक के लिए बना रहता है। पुष्य नक्षत्र पर गुरु बृहस्पति और शनि ग्रह का अधिपत रहता है इस वजह से यह नक्षत्र बेहद शुभ माना जाता है और इस नक्षत्र में भूमि-भवन, रत्न, सोना-चांदी की खरीदारी करना लाभकारी होता है। इस नक्षत्र के दौरान धन का निवेश करना भी लाभकारी होता है। इसी के साथ इस नक्षत्र में आप गुरु बृहस्पित का शुभ आशीर्वाद पाने के लिए उनसे संबंधित चीजें खरीद सकते हैं, जैसे की पीतल के पात्र, पीले रंग के वस्त्र, सोने के आभूषण इत्यादि। हिंदू धर्म के अनुसार इस नक्षत्र के दौरान मां लक्ष्मी की पूजा करना बेहद शुभ माना जाता है। पुष्य नक्षत्र में मां लक्ष्मी की आराधना करने से वह शीघ्र प्रसन्न होती है और धन-धान्य से झोली भर देती हैं।


स्थाई होता है पुष्य नक्षत्र

भविष्यवक्ता डॉ अनीष व्यास ने बताया कि पुष्य नक्षत्र को शास्त्रों में अमरेज्य भी कहते हैं। यानी वो नक्षत्र जो जीवन में स्थिरता और अमरता लाता है। इसका स्वामी शनि होता है लेकिन प्रकृति गुरु के जैसी होती है। जब भी गुरुवार को पुष्य नक्षत्र पड़ता है तो इससे बनने वाला गुरु पुष्य योग सुख-समृद्धि और सफलता देने वाला होता है। वहीं, रविवार को पुष्य नक्षत्र होने से रवि पुष्य संयोग बनता है। इस नक्षत्र में किए गए कामों में स्थायित्व का भाव होता है। इसलिए पुष्य नक्षत्र में ऐसे काम करने चाहिए जो लंबे समय तक चल जिनमें बदलाव करने की इच्छा न हो। यानी जिनकी स्थिरता चाहते हैं।


पुष्य नक्षत्र की धातु है सोना

भविष्यवक्ता एवं कुंडली विश्लेषक डॉ अनीष व्यास ने बताया कि पुष्य नक्षत्र में की गई खरीदी समृद्धि देने वाली होती है। इस नक्षत्र की धातु सोना है इसलिए इस योग में सोना और सोने के आभूषण खरीदने से समृद्धि बनी रहती है। गुरु पुष्य नक्षत्र में रियल एस्टेट के साथ ही भूमि, भवन, वाहन और अन्य स्थायी संपत्ति में किया गया निवेश लंबे समय तक फायदा देता है। इस दिन चांदी, कपड़ा, बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक चीजों की खरीदी भी शुभ रहती है। इस शुभ योग में खरीदा गया व्हीकल कई दिनों तक चलता है और उससे फायदा मिलता है। शुभ संयोग में नया बिजनेस और नौकरी की शुरुआत करना भी फलदायी माना गया है।


- डा. अनीष व्यास

भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक

प्रमुख खबरें

पूर्व PM मनमोहन सिंह का निधन, 92 साल की उम्र में दिल्ली के AIIMS में ली अंतिम सांस

सक्रिय राजनीति फिर से होगी रघुवर दास की एंट्री? क्या है इस्तीफे का राज, कयासों का बाजार गर्म

क्या इजराइल ने सीरिया में फोड़ा छोटा परमाणु बम? हर तरफ धुंआ-धुंआ

1,000 नए रंगरूटों को दिया जाएगा विशेष कमांडो प्रशिक्षण, सीएम बीरेन सिंह ने दी जानकारी