By अंकित सिंह | Feb 21, 2024
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने बुधवार को संकेत दिया कि कांग्रेस के साथ उनकी पार्टी का गठबंधन पटरी पर है और औपचारिक घोषणा बहुत जल्द होगी। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए सबसे पुरानी पार्टी के साथ सीट बंटवारे पर बातचीत पर कहा अंत भला तो सब भला। हां, गठबंधन होगा। कोई संघर्ष नहीं है। जल्द ही सब कुछ सामने आ जाएगा और स्पष्ट हो जाएगा। यह पूछे जाने पर कि समाजवादी पार्टी लोकसभा चुनाव में कितनी सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है, पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि जितने हम चुनाव लड़ सकते हैं। अधिकतम।
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस सपा की ओर से भेजे गए प्रस्ताव में कुछ बदलाव चाहती है. कांग्रेस यादव द्वारा प्रस्तावित सत्रह सीटों में से दो या तीन सीटों पर बदलाव चाहती है। सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी द्वारा यादव से बात करने के बाद सीट बंटवारे को लेकर चल रहा गतिरोध समाप्त हो गया। सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस को 16-18 सीटें मिल सकती हैं और आधिकारिक घोषणा आज शाम करीब 5 बजे लखनऊ में की जा सकती है। इससे पहल् कहा गया था कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच बहुप्रतीक्षित गठबंधन टूट सकता है। हालांकि, अब लगता है कि गठबंधन हो जाएगा। 2017 के यूपी चुनाव में सपा-कांग्रेस में अलायंस हुआ था।
उस समय प्रचार में गठबंधन ने नारा दिया था- 'यूपी को ये साथ पसंद है। अखिलेश और राहुल गांधी की जोड़ी को 'यूपी के दो लड़के' कहा गया था। अखिलेश यादव की पार्टी ने सोमवार को विवादास्पद सीटों को छोड़कर, कांग्रेस को 17 लोकसभा सीटों की "अंतिम पेशकश" की थी। इसने पहले सबसे पुरानी पार्टी को 11 सीटों की पेशकश की थी। सूत्रों ने बताया कि जिन सीटों पर सहमति बनी है उनमें अमेठी, रायबरेली, वाराणसी, प्रयागराज, देवरिया, बांसगांव, महाराजगंज, बाराबंकी, कानपुर, झांसी, मथुरा, फतेहपुर सीकरी, गाजियाबाद, बुलंदशहर, हाथरस, सहारनपुर जैसे हाई-प्रोफाइल निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं।
समाजवादी पार्टी (सपा) ने आज (20 फरवरी) उत्तर प्रदेश में पांच उम्मीदवारों की तीसरी सूची जारी कर दी है। सपा ने बदायूँ में धर्मेन्द्र यादव की जगह शिवपाल यादव को उम्मीदवार बनाया है। सपा ने जिन पांच उम्मीदवारों की सूची को जारी किया है उसमें बदायूं से शिवपाल सिंह यादव के अलावा कैराना से एकरा हसन, बरेली से प्रवीण सिंह एरन, हमीरपुर से राजेंद्र सिंह राजपूत और वाराणसी से सुरेंद्र सिंह पटेल है। वाराणसी से उम्मीदवार का ऐलान कर अखिलेश यादव ने कांग्रेस को सख्त संदेश दे दिया है कि सीट बंटवारे को लेकर आप निर्णय लीजिए अन्यथा हम अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी कर चुके हैं।