By Anoop Prajapati | May 13, 2024
चुनाव यात्रा के दौरान प्रभासाक्षी की टीम उत्तर प्रदेश पहुंची। जहां रायबरेली सीट पर हमारे एडिटर नीरज कुमार दुबे ने भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं से बात की।
क्षेत्र के पासी समाज के एक नेता ने बताया कि इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा संख्या पासी समाज के मतदाताओं की है लेकिन कांग्रेस ने हमेशा उनकी उपेक्षा की है। जिसकी वजह से इस चुनाव में समाज का वोटर भारतीय जनता पार्टी के साथ है। एक अन्य कार्यकर्ता ने कहा कि रायबरेली में जनता कांग्रेस के खिलाफ चुनाव लड़ रही है और निश्चित रूप से रायबरेली में उनकी जीत होगी। लोगों ने कहा कि गांधी परिवार का कोई भी सदस्य क्षेत्र के लोगों के सुख-दुख में शामिल नहीं होता है। इसलिए अब रायबरेली की जनता दिनेश प्रताप सिंह को अपना सांसद चुनने का मन बना चुकी है।
स्थानीय भाजपा नेताओं ने कहा कि पिछली सरकारों में हुए घोटाले में कांग्रेस और सपा दोनों के नेता बंदर-बांट का काम करते थे। जिस वजह से अखिलेश यादव मजबूरी में राहुल गांधी का समर्थन कर रहे हैं। लोगों ने दोनों नेताओं को चोर-चोर मौसेरे भाई की संज्ञा देते हुए उनकी आलोचना की। उन्होंने कहा कि रायबरेली जीतने के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी निश्चित ही 400 पार का आंकड़ा पूरा करेगी। बीजेपी के नेताओं ने कांग्रेस पर क्षेत्र की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सांसद चुने जाने के बाद सोनिया गांधी 5 साल सिर्फ आराम करने के लिए दिल्ली जाती हैं। इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को लेकर कहा कि बनारस अब एक हाईटेक सिटी बन चुका है। जिसके विकास की मिसाल पूरे देश में दी जाती है।
लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि राहुल गांधी को देश की वास्तविकता पता ही नहीं है। वह अमेठी से हार चुके हैं और इस बार रायबरेली से भी निश्चित ही हारेंगे। उन्होंने कहा कि रायबरेली में कांग्रेस धूल में मिल चुकी है क्योंकि कांग्रेस ने क्षेत्र की सभी जातियों का हमेशा से ही शोषण किया है। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि अब गांधी परिवार में भी मनमुटाव शुरू हो चुका है क्योंकि सोनिया गाँधी अपने बेटे को प्रियंका गाँधी की तुलना में ज्यादा तवज्जो देती हैं। उन्होंने बताया कि सोनिया गांधी जीतने के बाद अपना सर्टिफिकेट लेने भी रायबरेली नहीं आई है। अपनी जीत को लेकर आश्वस्त बीजेपी ने आशा जताई है कि जीतने के बाद दिनेश प्रताप सिंह केंद्र सरकार में भी निश्चित ही मंत्री बनेंगे।
लोगों ने दावा किया कि राहुल गांधी को वायनाड से भी अपनी हार का डर सता रहा है इसीलिए उन्होंने दूसरी पसंद के रूप में रायबरेली को चुना लेकिन रायबरेली की जनता भी उन्हें यहां से नकार देगी। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में सिंचाई, शिक्षा, पानी जैसी सभी मूलभूत सुविधाओं की कमी कांग्रेस सरकार में हमेशा रही है लेकिन 2014 में नरेंद्र मोदी की सरकार आने के बाद लोगों को सभी प्रकार की मूलभूत सुविधाएं आसानी से उपलब्ध होने लगी हैं। उन्होंने 60 साल की तुलना 10 साल से करते हुए मोदी सरकार के कार्यकाल को बेहतर बताया। लोगों ने कहा कि देश की जनता के साथ-साथ रायबरेली की जनता ने भी कांग्रेस से उम्मीदें लगाना छोड़ दिया है। दिनेश प्रताप सिंह को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं ने बताया कि वे हमेशा क्षेत्र के लोगों के बीच में ही रहते हैं और उनकी समस्याओं को सुनकर उनका निराकरण भी करते हैं।