By अभिनय आकाश | Sep 05, 2022
चीन की साजिशों को नाकाम करने के लिए ताइवान ने बड़ी तैयारी की है। आज से ताइवान की सेना चार दिनों तक पींगटू काउंटी में लाइव फायर ड्रिल करने जा रही है।जिसमें वो युद्ध के हालात में अपनी सैन्य तैयारियों को परखेगी। चीन ने एक बार फिर ताइवान में घुसपैठ की कोशिश की है। ताइवान के अरबपति कारोबारी ने 33 लाख ताइवानी नागरिकों को मिलिट्री ट्रेंनिग देने का ऐलान किया है। वहीं ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग वेन ने भी चीन की धमकियों से बेपरवाह होतकर वैश्विक संबंधों को मजबूत करने का संकल्प लिया है। वीडियो संदेश के जरिए ताइवानी राष्ट्पपति ने साफ किया कि वो किसी के भी दबाव में झुकने वाली नहीं हैं। ताइवान और वहां के लोग लोकतांत्रिक सरकारों के सहयोग बढ़ाने को तैयार हैं।
ताइवान ने दलाई लामा को किया आमंत्रित
चीन के खिलाफ ताइवान ने बड़ा पॉलिटिकल कदम उठाया है। पॉर्लियामेंट ग्रुप ने तिब्बती धर्म गुरु दलाई लामा को ताइपे आने का न्यौता दिया है। तिब्बत लोकतंत्र दिवस के मौके पर ताइवान के पॉर्लियामेंट ग्रुप ने एक कार्यक्रम आयोजित किया था। ताइवान ने तिब्बती लोगों के साथ मित्रता बढ़ाने की अपील भी की है। ताइवान सांसद समूह के अध्यक्ष लिन चांग जुओ ने कहा कि ताइवान और तिब्बत दो समान मूल्यों वाले मित्र समाज हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय तिब्बतियों के लोकतांत्रकि अधिकारों की रक्षा करेगा।
यूक्रेन पर रूस के आक्रमण से दुनिया ने एक सबक सीखा
ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ वू ने कहा है कि यूक्रेन पर रूस के आक्रमण से दुनिया ने एक सबक सीखा है कि एक देश एक सत्तावादी शासन के हमले को तबतक नहीं रोक पाएगा जब उसके पास पर्याप्त सैन्य शक्ति नहीं होगी। ताइवान को चीन की सेना की ओर बार-बार घुसपैठ का सामना करना पड़ रहा है। अमेरिकी हाउस की स्पीकर नैन्सी पेलोसी की यात्रा के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया है।