By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 22, 2018
नयी दिल्ली। नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा कि भारत में नीतियां नेतृत्व की पसंद और नापसंद से तय होती हैं। कुमार ने एक पुस्तक के विमोचन के मौके पर आयोजित परिचर्चा सत्र में कहा कि भारत में नीतियां काफी हद तक लोगों के हिसाब से बनाई जाती हैं। आमतौर पर इनका तालमेल राष्ट्रीय हितों के साथ नहीं होता है।
दिवंगत माकपा नेता ज्योति बसु का उदाहरण देते हुए कुमार ने कहा कि यदि वह प्रधानमंत्री बने होते तो भारत की आर्थिक स्थिति काफी अलग होती। बसु 1996 में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार थे, लेकिन उनकी पार्टी गठबंधन सरकार में उनके प्रधानमंत्री बनने के पक्ष में नहीं थी। नोटबंदी का उल्लेख करते हुए कुमार ने कहा कि मैं इसका प्रबल समर्थक हूं। एक साफ सुथरी अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए हमें इसकी जरूरत थी।