By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 19, 2024
दिल्ली के उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना ने पुलिस महानिदेशक (कारागार) को 24 घंटे के भीतर आम आदमी पार्टी (आप) के उस दावे पर रिपोर्ट देने को कहा है, जिसके मुताबिक मुख्यमंत्री केजरीवाल को तिहाड़ जेल में इंसुलिन नहीं दी जा रही।
उपराज्यपाल का यह आदेश दिल्ली की कैबिनेट मंत्री आतिशी के इस दावे के बाद आया है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जेल में घर का बना खाना और इंसुलिन न देकर जान से मारने की साजिश रची गई है।
हालांकि, जेल अधिकारियों ने आतिशी के दावे का खंडन किया है। केजरीवाल को दिल्ली आबकारी नीति ‘घोटाले’ से जुड़े धनशोधन के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने 21 मार्च को गिरफ्तार किया था और इस समय वह न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल में हैं। आबकारी नीति निरस्त हो चुकी है।
राज निवास की ओर से कहा गया है, ‘‘दिल्ली के उपराज्यपाल श्री वीके सक्सेना ने मंत्रियों और आप नेताओं के बयानों पर आधारित रिपोर्ट पर गंभीर चिंता व्यक्त की है, जिसमें जेल में बंद माननीय मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल को इंसुलिन का प्रावधान न करने और उनके खिलाफ कथित “साजिश” का आरोप लगाया गया है।’’
राजनिवास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर सिलसिलेवार पोस्ट कर बताया, ‘‘श्री सक्सेना ने डीजी कारागार से 24 घंटे के भीतर मामले में तथ्यात्मक और व्यापक रिपोर्ट सौंपने को कहा है ...उपराज्यपाल ने आश्वासन दिया है कि मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य के संबंध में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।’’
आतिशी ने एक संवाददाता सम्मेलन में दावा किया था कि मुख्यमंत्री के लिए इंसुलिन के अनुरोध को तिहाड़ जेल प्रशासन ने अस्वीकार कर दिया है। उनके डॉक्टर के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस की व्यवस्था करने के प्रयासों को ईडी और जेल अधिकारियों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है।
आतिशी ने आरोप लगाया कि पिछले कुछ दिनों से केजरीवाल के रक्त में शर्करा का स्तर 300 एमजी/डीएल से ज्यादा है, लेकिन तिहाड़ जेल के अधिकारी इंसुलिन लेने की अनुमति नहीं दे रहे हैं। ‘आप’ नेता ने आरोप लगाया कि यह केजरीवाल को मिल रहे घर के भोजन को रोककर उनकी जान लेने की कोशिश है।