By नीरज कुमार दुबे | Jun 30, 2023
बम बम भोले और हर हर महादेव के जयघोष के बीच वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों का पहला जत्था कड़ी सुरक्षा के बीच शुक्रवार सुबह रवाना हो गया। हम आपको बता दें कि यात्रा के शुभारम्भ से पूर्व उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने विधि विधान से पूजा-अर्चना की और फिर अमरनाथ यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को भगवती नगर शिविर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस जत्थे में करीब 3,400 तीर्थयात्री शामिल हैं। बहुस्तरीय सुरक्षा के बीच तीर्थयात्रियों का पहला जत्था 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पवित्र गुफा मंदिर में बाबा बर्फानी के दर्शन के वास्ते कश्मीर के दोनों आधार शिविरों के लिए रवाना हुआ। हम आपको बता दें कि यह गुफा मंदिर दक्षिण कश्मीर हिमालय में स्थित है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। सेना, पुलिस और सीआरपीएफ के जवान जगह जगह मुस्तैदी से तैनात हैं।
अमरनाथ यात्रा के दो मार्ग
हम आपको यह भी बता दें कि अमरनाथ के लिए 62 दिवसीय तीर्थयात्रा शनिवार को कश्मीर से शुरू होगी। इस यात्रा के लिए दो मार्ग हैं। पहला, अनंतनाग जिले का 48 किलोमीटर लंबा पारंपरिक नुनवान-पहलगाम मार्ग है। वहीं दूसरा गांदरबल जिले का बालटाल मार्ग है, जो करीब 14 किलोमीटर छोटा लेकिन बेहद दुर्गम है। अधिकारियों ने बताया कि अब तक यात्रा के लिए करीब 3.5 लाख श्रद्धालु पंजीकरण करा चुके हैं और यह संख्या बढ़ने की संभावना है। जम्मू के उपायुक्त अवनी लवासा ने बताया कि जम्मू में 33 आवास केंद्र स्थापित किए गए हैं, जबकि पंजीकरण केंद्रों पर ‘रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन’ (आरएफआईडी) टैग जारी किए जाएंगे। तीर्थयात्रियों के तत्काल पंजीकरण के लिए वैष्णवी धाम, महाजन सभा, पंचायत घर में पांच ‘काउंटर’ और संतों के पंजीकरण के लिए गीता भवन तथा राम मंदिर में दो ‘काउंटर‘ स्थापित किए गए हैं। अधिकारी ने बताया कि आरएफआईडी टैग लेना अनिवार्य है। उधर, तीर्थयात्रियों का कहना है कि वह इस यात्रा पर आकर बहुत खुश हैं। उन्होंने सरकारी इंतजामों और सुरक्षा पर भी संतोष जताया है।
सुरक्षा काफिले में शामिल वाहन सड़क से फिसला
जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले में अमरनाथ यात्रियों के सुरक्षा काफिले में शामिल एक वाहन जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर फिसलकर पटल गया, जिससे उसमें सवार एक पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) सहित तीन लोग घायल हो गए। उधमपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार ने बताया कि सुरक्षा काफिला जम्मू से कश्मीर की ओर जा रहा था, तभी उसमें शामिल एक वाहन बाली नाला क्षेत्र में राजमार्ग से फिसलकर पलट गया। उन्होंने बताया कि हादसे में एक डीएसपी सहित तीन लोग घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अमरनाथ गुफा मंदिर में सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा
जम्मू-कश्मीर के शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों ने वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा प्रबंधों की बुधवार को समीक्षा की थी। सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के वरिष्ठ अधिकारियों ने दक्षिण कश्मीर में 3,888 मीटर ऊंचाई पर स्थित पवित्र गुफा और मंदिर तक जाने वाले पारंपरिक मार्ग पर किए गए सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा की। कश्मीर जोन पुलिस ने ट्विटर पर लिखा, “कश्मीर के एडीजीपी श्री विजय कुमार ने सीआरपीएफ के आईजी, सीएसएफ के आईजी, सेक्टर 3 के कमांडर, अनंतनाग के एसएसपी और आईटीबीपी के कमांडिंग ऑफिसर के साथ पंजतरणी और पवित्र गुफा का दौरा किया।” कुमार को मौके पर मौजूद अधिकारियों ने सुरक्षा तैनाती के बारे में जानकारी दी। एडीजीपी ने स्थल की बेहतर निगरानी के लिए इस्तेमाल किए जा रहे ड्रोन कैमरों का निरीक्षण किया और अधिकारियों को महत्वपूर्ण स्थानों पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए इन आधुनिक उपकरणों का पर्याप्त उपयोग करने की सलाह दी। यात्रा के दौरान, कुमार ने सुरक्षा बुनियादी ढांचे, निगरानी प्रणाली और संचार नेटवर्क की सावधानीपूर्वक समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों की चुनौतियों को समझने और सुरक्षा व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए बहुमूल्य जानकारी जुटाने पर भी चर्चा की। एडीजीपी ने बलों की तैनाती का भौतिक निरीक्षण किया और उन्हें शनिवार (1 जुलाई) से शुरू होने वाली यात्रा के दौरान कोई अप्रिय घटना न हो, सुनिश्चित करने के लिए बेहतर समन्वय और संयुक्त प्रयासों के निर्देश दिए। संयुक्त सर्वेक्षण के दौरान कश्मीर घाटी के पुलिस प्रमुख और उनके साथ आए अधिकारियों ने पूरे रास्ते का गहनता से निरीक्षण किया और पंजतरणी से पवित्र गुफा तक सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। कुमार ने अधिकारियों से कहा कि तैनात किये गये कर्मियों का आचरण अनुकरणीय होना चाहिए। संयुक्त सर्वेक्षण के दौरान कश्मीर घाटी के पुलिस प्रमुख और उनके साथ आए अधिकारियों ने पूरे ट्रैक का गहनता से निरीक्षण किया और पंजतरणी से पवित्र गुफा तक सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। पुलिस ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों ने सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की और अन्य हितधारकों के साथ बातचीत की। उन्होंने बताया कि सभी अधिकारियों ने संयुक्त रूप से पंजतरणी और पवित्र गुफा के बीच मार्ग का निरीक्षण भी किया। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने तीर्थयात्रा की सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने के लिए दिन में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर जम्मू से बनिहाल तक ’ट्रायल रन” भी किया।
दो अस्पतालों का उद्घाटन
हम आपको यह भी बता दें कि उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को वार्षिक अमरनाथ यात्रा से पहले रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और जम्मू-कश्मीर प्रशासन द्वारा बालटाल और चंदनवाड़ी में बनाए गए 100-100 बिस्तरों वाले दो अस्पतालों का उद्घाटन किया था। अधिकारियों ने बताया कि अस्पताल में इलाज संबंधी सभी आधुनिक सेवाओं की व्यवस्था लैस है। जम्मू-कश्मीर स्वास्थ्य एवं चिकित्सकीय शिक्षा सचिव भूपिंदर कुमार ने बताया कि प्रशासन ने दोनों अस्पताल के निर्माण के लिए 13-13 करोड़ रुपये मुहैया कराए हैं।